संसद का शीतकालीन सत्र शुरू हो गया है। विपक्ष के हंगामें के बाद सदन की कार्यवाही स्थगित करनी पड़ी। दरअसल बीएसपी सांसद दानिश अली ने बीजेपी सांसद रमेश बिधूड़ी के खिलाफ कार्रवाई की मांग को लेकर संसद परिसर में प्रदर्शन किया। बीएसपी सांसद दानिश अली से जुड़े मामले पर लोकसभा में हंगामा हो गया। पीएम मोदी ने कहा- विपक्ष पराजय का गुस्सा निकालने के बजाए सकारात्मक सोच के साथ सामने आए।
नई दिल्लीः संसद का शीतकालीन सत्र शुरू हो गया है। विपक्ष के हंगामें के बाद सदन की कार्यवाही स्थगित करनी पड़ी। दरअसल बीएसपी सांसद दानिश अली ने बीजेपी सांसद रमेश बिधूड़ी के खिलाफ कार्रवाई की मांग को लेकर संसद परिसर में प्रदर्शन किया। बीएसपी सांसद दानिश अली से जुड़े मामले पर लोकसभा में हंगामा हो गया। विपक्षी सांसदों ने सदन में बैनर लहराए। इसके बाद सदन की कार्यवाही दोपहर 12 बजे तक के लिए स्थगित कर दी गई। जेडीयू सांसद आलोक कुमार सुमन ने कहा कि वह प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के चार जातियों पर दिए बयान से सहमत नहीं हैं। इसका पांच हजार साल का इतिहास है। हर चीज यहां जातियों के आधार पर ही तय होती है। आज कहने के लिए कुछ भी कहा जाए, लेकिन जातियां हैं यह सच्चाई है। जातियों को ध्यान में रखकर ही सरकार को सारी प्लानिंग करनी होगी और नीतियां बनानी होगी। इसके बाद ही देश का विकास संभव है। इससे पहले लोकसभा में बीजेपी के सदस्यों ने मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़ और राजस्थान के विधानसभा चुनावों में जीत से उत्साहित होकर प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के समर्थन में जोरदार नारेबाजी की। लोकसभा सदन में प्रधानमंत्री मोदी के पहुंचने के बाद बीजेपी के सांसद और कुछ मंत्री अपनी जगह खड़े हो गए और‘एक गारंटी, मोदी की गारंटी’ ‘बार-बार मोदी सरकार, तीसरी बार मोदी सरकार’ जैसे नारे लगाए और तालियां बजाई। इस मौके पर रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने कहा कि जिस तरह से इन विधानसभाओं में पार्टी की शानदार जीत हुई है। इससे अनुमान लगाया जा सकता है कि इस बार लोकसभा में पिछली बार से ज्यादा सीटें आएंगी। पीएम ने कहा कि चार राज्यों के चुनाव परिणाम उनके लिए उत्साहवर्धक हैं जो देश के लोगों के कल्याण के लिए समर्पित हैं, जो देश के उज्जवल भविष्य के लिए समर्पित हैं।
देश विकसित होने के लिए लंबा इंतजार नहीं कर सकताः मोदी
इससे पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि ठंड बहुत धीमी गति से आ रही है, लेकिन राजनीतिक गर्मी तेजी से बढ़ रही है। देश ने नकारात्मकता को नकारा है। विपक्ष के लिए ये सुनहरा मौका है, पराजय का गुस्सा निकालने के बजाए सकारात्मक सोच के साथ सामने आए। उन्होंने कहा कि हर किसी के पास मौका है। हताशा निराशा होगी, लेकिन बाहर की पराजय का गुस्सा सदन में मत निकालिए। देश विकसित होने के लिए लम्बा इंतजार नहीं करना चाहता। सदन को मजबूती से आगे बढ़ाएं। पीएम मोदी ने कहा कि मैं सभी सांसदों से आग्रह करता हूं कि सदन में जो भी बिल रखे जांए उस पर ज्यादा से ज्यादा सुझाव आएं ताकि देश हित में बेहतर फैसले हो सके।