पाकिस्तानी संसद में सांसद अयाज़ सादिक के विंग कमांडर अभिनंदन वर्धमान को लेकर किए गए दावे के बाद बीजेपी नेता और प्रवक्ता संबित पात्रा ने कांग्रेस नेता राहुल गांधी पर पलट वार करते हुए संबित पात्रा ने एक वीडियो शेयर करते हुए ट्वीट किया ।
जिसमें उन्होंने लिखा राहुल जी, आप Surgical Strike औरAir Strike पर सवाल उठा रहे थे ना? ज़रा देखिए मोदी जी का क्या ख़ौफ़ है पाकिस्तान में सरदार अयाज़ सादिक़ बोल रहे है पाकिस्तान के National Assembly में की Pak के Cheif of Army Staff के पैर काँप रहे थे और चेहरे पर पसीना था,कहीं भारत अटैक न कर दे! समझें?
राहुल जी,
आप Surgical Strike औरAir Strike पर सवाल उठा रहे थे ना?
ज़रा देखिए मोदी जी का क्या ख़ौफ़ है पाकिस्तान में
सरदार अयाज़ सादिक़ बोल रहे है पाकिस्तान के National Assembly में की Pak के Cheif of Army Staff के पैर काँप रहे थे और चेहरे पर पसीना था,कहीं भारत अटैक न कर दे!
समझें? pic.twitter.com/QdzxKetUzW— Sambit Patra (@sambitswaraj) October 28, 2020
संबित पात्रा ट्वीट को रीट्वीट करते हुए जेपी नड्डा ने लिखा कांग्रेस अपने ही सशस्त्र बलों को कमजोर करने की मुहिम में लगी रही। कभी उनका मजाक उड़ाती रही तो कभी वीरता पर संदेह करती रही। हर प्रकार की चालबाजी की ताकि सेना को अत्याधुनिक राफेल न मिल सके। लेकिन देशवासियों ने ऐसी राजनीति को नकारकर कांग्रेस को कड़ा सबक सिखाया है।
उन्होंने आगे लिखा कांग्रेस के शहजादे को भारत की किसी भी चीज पर विश्वास नहीं है, चाहे वह सेना हो, सरकार हो या हमारे लोग हों। तो वे अपने ‘सबसे भरोसेमंद देश’ पाकिस्तान की ही सुन लें। उम्मीद है कि अब तो उनकी आंखें खुलेंगी…
कांग्रेस अपने ही सशस्त्र बलों को कमजोर करने की मुहिम में लगी रही। कभी उनका मजाक उड़ाती रही तो कभी वीरता पर संदेह करती रही। हर प्रकार की चालबाजी की ताकि सेना को अत्याधुनिक राफेल न मिल सके। लेकिन देशवासियों ने ऐसी राजनीति को नकारकर कांग्रेस को कड़ा सबक सिखाया है।
— Jagat Prakash Nadda (@JPNadda) October 29, 2020
आपको बता दें कि 27 फरवरी 2019 को पाकिस्तान के जहाजों को खदेड़ते हुए भारतीय वायुसेना के पायलट अभिनंदन का मिग-21 क्रैश हो गया था और वो पैराशूट के जरिए विमान से कूद गए थे। उतरने के दौरान वह एलओसी में पहुंच गए। इसके बाद पाकिस्तान की सेना ने अभिनंदन को अपने कब्जे में ले लिया था।
गिरने के बाद तो विंग कमांडर को पता नहीं चला कि वे कहां हैं लेकिन जैसे ही उन्हें ये आभास हुआ कि वे पाकिस्तान में हैं तो उन्होंने अपने पास मौजूद दस्तावेज तालाब में फेंक दिए और कुछ को चबाकर निगल गए।
ऐसा उन्होंने इसलिए किया जिससे की देश के बारे में अहम जानकारी दुश्मनों को हाथ न लगे। गिरने के बाद वहां के लोगों ने उनपर हमला भी लेकिन उन्होंने हिम्मत नहीं खोई।
जब भारत सरकार को आधिकारिक तौर पर पता चला तो बिना शर्त उन्हें वापस लौटाने के लिए कहा।
ये भारत की कूटनीति का ही दबाव था कि पाकिस्तान की सरकार ने तुरंत फैसला लिया कि विंग कमांडर अभिनंदन को भारत को वापस लौटाया जाए। खुद पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान ने 28 फरवरी को वहां की संसद में इस बात का एलान किया कि विंग कमांडर को भारत वापस भेजा जाएगा।