1. हिन्दी समाचार
  2. देश
  3. पीएम नरेंद्र मोदी ने ‘मेक इन इंडिया वेबिनार को डिजिटल माध्यम से किया संबोधित, कही ये बात, पढ़ें

पीएम नरेंद्र मोदी ने ‘मेक इन इंडिया वेबिनार को डिजिटल माध्यम से किया संबोधित, कही ये बात, पढ़ें

पीएम नरेंद्र मोदी ने ‘मेक इन इंडिया वेबिनार को डिजिटल माध्यम से संबोधित किया। इस दौरान पीएम ने भारतीय त्योहारों में विदेशी उत्पादों के आने पर निराशा व्यक्त की और कहा कि स्थानीय के लिए वोकल का दायरा दिवाली पर दीया खरीदने से कहीं जयादा है।

By RNI Hindi Desk 
Updated Date

पीएम नरेंद्र मोदी ने ‘मेक इन इंडिया वेबिनार को डिजिटल माध्यम से संबोधित किया। इस दौरान पीएम ने भारतीय त्योहारों में विदेशी उत्पादों के आने पर निराशा व्यक्त की और कहा कि स्थानीय के लिए वोकल का दायरा दिवाली पर दीया खरीदने से कहीं जयादा है।

उन्होंने आगे कहा कि  हमारे पास कई त्यौहार हैं जो इतने सारे उत्पादों के लिए एक बड़ा बाजार प्रदान करते हैं। यह इतने सारे लोगों को आजीविका के अवसर देते है। विदेशी उत्पादों ने इस बाजार में अपना रास्ता बना लिया है। ऐसे में हमें विकसित होना चाहिए। जब मैं वोकल के बारे में बात करता हूं तो लोगों को लगता है कि दिवाली के दीये खरीदना काफी है। नहीं, बहुत सारे उत्पाद हैं। दीपावली पर सिर्फ दीया खरीदना लोकल के लिए वोकल नहीं है। भारत के विभिन्न त्योहारों के लिए कई आपूर्ति विदेशी से होती है जबकि वे स्थानीय निर्माताओं द्वारा आसानी से प्रदान की जा सकती हैं। यह स्वीकार्य नहीं है कि भारत जैसा देश महज एक बाजार बनकर रह जाए।  उन्होंने आगे कहा, “अगर भारत केवल एक बाजार बन जाता है, तो यह प्रगति नहीं कर पाएगा।

प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि जब इतने बड़े संकट हमारे सामने होते हैं और परिस्थितियां बदतली हैं, तो फिर ऐसे समय में मेक इन इंडिया की जरूरत पहले से कहीं ज़्यादा होती है। उन्होंने कहा कि हमें देखना होगा, भारत जैसा विशाल देश सिर्फ एक बाजार बनकर रह जाए, ऐसे में भारत न तो कभी प्रगति कर पाएगा और न ही हमारी युवा पीढ़ी को अवसर दे पाएगा। वैश्विक महामारी के दौर में हम देख रहे हैं कि विश्व में सप्लाई चेन किस तरह तहस-नहस हुई है। ऐसे में हमें इस दिशा में विशेष ध्यान देने की जरूरत है।

आगे बढ़ाते हुए कहा कि हमें सेमीकंडक्टर्स के उत्पादन में आत्मनिर्भर बनना होगा। ‘मेक इन इंडिया’ पहल न केवल समय की आवश्यकता है, बल्कि यह दुनिया को अपनी विनिर्माण शक्ति दिखाने का अवसर भी है। इस पहल के महत्व पर जोर देते हुए मोदी ने कहा कि हमारा उद्देश्य भारत को न केवल अपने लिए, बल्कि दुनिया के लिए आत्मनिर्भरता पर आधारित बाजार बनाना है। यह एक ऐसा प्रयास होगा जो जनशक्ति को बढ़ावा देगा।

पीएम मोदी ने कहा, ‘मेक इन इंडिया अभियान आज 21वीं सदी के भारत की आवश्यकता है और ये हमें दुनिया में अपना सामर्थ्य दिखाने का अवसर भी देता है। जब इतने बड़े संकट सामने होते हैं और परिस्थितियां बदलती हैं तो मेक इन इंडिया की जरूरत पहले से ज़्यादा होती है। भारत जैसा विशाल देश सिर्फ एक बाजार बनकर रह जाए तो भारत न तो कभी प्रगति कर पाएगा और न ही हमारी युवा पीढ़ी को अवसर दे पाएगा। वैश्विक महामारी के दौर में हम देख रहे हैं कि विश्व में सप्लाई चेन किस तरह तहस-नहस हुई है।

ये भी कहा कि हम इलेक्ट्रिक वाहनों, चिकित्सा उपकरणों में ‘मेक इन इंडिया’ को बढ़ावा दे सकते हैं। उद्योगों को अपने उत्पादों के विज्ञापनों में ‘वोकल फॉर लोकल’ और ‘मेक इन इंडिया’ के बारे में बात करनी चाहिए। कोयला, खनन और रक्षा क्षेत्रों को खोलने से अपार अवसरों के मार्ग प्रशस्त हुए हैं। निर्यात को प्रोत्साहित करने और ‘मेक इन इंडिया’ को बढ़ावा देने के लिए एसईजेड कानून में सुधार किए गए।

पीएम मोदी ने कहा कि आज दुनिया भारत को मैन्युफैक्चरिंग पावरहाउस के तौर पर देख रही है। हमारा मैन्युफैक्चरिंग सेक्‍टर हमारी जीडीपी का लगभग 15% है। लेकिन मेक इन इंडिया से अनंत संभावनाएं हैं। हमें देश में एक मैन्युफैक्चरिंग बेस बनाने के लिए सभी स्‍टेकहोल्‍डर्स के साथ तालमेल बिठाकर काम करना चाहिए।

इन टॉपिक्स पर और पढ़ें:
Hindi News से जुड़े अन्य अपडेट लगातार हासिल करने के लिए हमें फेसबुक, यूट्यूब और ट्विटर पर फॉलो करे...