केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अमेरिका और मिस्र के दौरे को देश के लिए सम्मान की बात बताया। साथ ही उन्होंने निजी फायदे के लिए गैरवाजिब मुद्दे उठाने को लेकर विपक्षी दलों की आलोचना भी की। उन्होंने कहा कि जानकारी के बिना केवल आरोप लगाना संगठित अभियान का हिस्सा है। अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति बराक ओबामा के भारतीय मुसलमानों पर दिए बयान पर सीतारमण ने सच्चाई का आइन दिखा दिया। उन्होंने कहा कि भारत 'सबका साथ, सबका विकास' सिद्धांत के तहत काम करता है।
नई दिल्ली। केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अमेरिका और मिस्र के दौरे को देश के लिए सम्मान की बात बताया। साथ ही उन्होंने निजी फायदे के लिए गैरवाजिब मुद्दे उठाने को लेकर विपक्षी दलों की आलोचना भी की। वहीं एक सवाल के जवाब में निर्मला सीतारमण ने साफ किया कि पीएम मोदी की सरकार ‘सबका साथ सबका विकास’ सिद्धांत पर काम करती है और किसी विशेष समुदाय के साथ भेदभाव नहीं करती है। वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने मीडिया को संबोधित करते हुए कहा कि कुछ लोग केवल उन मुद्दों को उजागर करने के लिए बहस में शामिल होते हैं जो एक तरह से गैर-मुद्दा है। उन्होंने कहा कि विपक्षी दल चुनावी मैदान में बीजेपी से मुकाबला नहीं कर सकते, इसलिए वे ऐसा अभियान चला रहे हैं। उन्होंने कहा कि जानकारी के बिना केवल आरोप लगाना संगठित अभियान का हिस्सा है। जिसके लिए सबसे अधिक भूमिका कांग्रेस निभा रही है। केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने पूर्व अमेरिकी राष्ट्रपति बराक ओबामा के भारतीय मुसलमानों के बयान को लेकर भी निशाना साधा। निर्मला सीतारमण ने कहा कि अमेरिका से हम अच्छी दोस्ती चाहते हैं। लेकिन उनकी तरफ़ से धार्मिक सहिष्णुता पर बयान आ जाते हैं। पूर्व राष्ट्रपति जी कुछ बातें बोल रहे हैं। जहां 6 मुस्लिम बहुल आबादी वाले देशों के ख़िलाफ़ उनके शासन में बमबारी हुई थी। जिसके चलते सीरिया, यमन, सऊदी, इराक़ समेत सात देशों के ख़िलाफ़ युद्ध जैसे हालात बने। इस दौरान उन देशों के ऊपर 26 हज़ार से ज़्यादा बम गिराए गए। ऐसे लोग जब भारत के ख़िलाफ़ आरोप लगाते हैं तो उन पर कौन भरोसा करेगा?
उधर ओबामा के इस बयान पर अंतर्राष्ट्रीय धार्मिक स्वतंत्रता पर यूएस कमीशन के पूर्व कमिशनर जॉनी मूर ने अपनी प्रतिक्रिया दी है। उन्होंने कहा कि मुझे लगता है कि पूर्व राष्ट्रपति बराक ओबामा को भारत की आलोचना करने से ज्यादा प्रशंसा करने में अपनी एनर्जी खर्च करनी चाहिए। उजॉनी मूर ने कहा कि भारत, अमेरिका की ही तरह विविधताओं का देश है और यही विविधता भारत की ताकत भी है।