भारत ने पाकिस्तान के विदेश मंत्री बिलावल भुट्टो से पहले तो नमस्ते करवा दिया और फिर बैठक के दौरान आतंकवाद पर भी बिना नाम लिए खूब सुनाया।
पणजीः गोवा की राजधानी पणजी में शंघाई सहयोग संगठन (SCO) के बैठक का आज आखिरी दिन है। इस बार इस बैठक में पाकिस्तान भी शामिल हुआ। बैठक में चीन के विदेश मंत्री किन गैंग से भारत के विदेश मंत्री एस जयशंकर ने मुलाकात की। विदेश मंत्री एस जयशंकर ने कहा कि दोनों देशों के सीमाओं पर शांति बनाए रखना जरूरी है। एस जयशंकर ने ट्वीट कर लिखा, “हमारे द्विपक्षीय संबंधों पर चीन के स्टेट काउंसलर और एफएम किन गैंग के साथ विस्तृत चर्चा हुई। मुद्दों को हल करने और सीमावर्ती क्षेत्रों में शांति सुनिश्चित करने पर ध्यान केंद्रित है।” आतंकवाद पर विदेश मंत्री जयशंकर ने खुली चेतावनी दी है। उन्होने कहा, “आतंकवाद रुकने का नाम नहीं ले रहा है। हमारा दृढ़ विश्वास है कि आतंकवाद का कोई औचित्य नहीं हो सकता है। इसे सीमा पार आतंकवाद सहित इसके सभी रूपों और अभिव्यक्तियों में रोका जाना चाहिए।” भारतीय विदेश मंत्री ने कहा कि आतंकवाद का मुकाबला करना SCO के मूल जनादेशों में से एक है। जयशंकर ने कहा कि मुझे यह जानकर प्रसन्नता हो रही है कि SCO के सुधार और आधुनिकीकरण के मुद्दों पर चर्चा पहले ही शुरू हो चुकी है। पाकिस्तान के विदेश मंत्री बिलावल भुट्टो जरदारी ने कहा कि ‘हमें आतंकवाद को डिप्लोमेटिक पॉइंट स्कोरिंग के लिए हथियार की तरह इस्तेमाल करने में नहीं फंसना चाहिए।’ भुट्टो ने कहा कि चीन-पाकिस्तान इकॉनोमिक कॉरिडोर (CPEC) क्षेत्रीय कनेक्टिविटी के लिहाज से एक शक्ति साबित हो सकता है।
इससे पहले बैठक में भारत ने पाकिस्तान के विदेश मंत्री बिलावल भुट्टो से पहले तो नमस्ते करवा दिया और फिर बैठक के दौरान आतंकवाद पर भी बिना नाम लिए खूब सुनाया। आम तौर पर पाकिस्तान के नेता भारत दौरे पर दुआ की मुद्रा में हाथ उठाते हैं। लेकिन एससीओ की बैठक से पहले इसके सदस्य देशों की अगवानी में भारतीय विदेश मंत्री एस जयशंकर को सभी नेता हाथ जोड़ रहे थे। चीनी विदेश मंत्री किन गैंग चीनी ने मुद्रा में नमस्ते किया वहीं रूसी विदेश मंत्री सर्गेई लावरोव ने भी नमस्ते किया।