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हिंदुओं पर विवादित टिप्पणी करने वाले खुर्शीद खा चुके है विकलांगों का पैसा, जानें क्या है पूरा मामला

Khurshid, who made controversial remarks on Hindus, has eaten the money of the disabled; हिंदुओं पर विवादित टिप्पणी करने वाले खुर्शीद खा चुके है विकलांगों का पैसा। हिंदुओं को लेकर की थी विवादित टिप्पणी। राशिद अल्वी ने भी बताया राक्षस।

By Amit ranjan 
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नई दिल्ली : इस महान भारत को खतरा ना पाकिस्तान से है, और ना ही आफगानिस्तान के तालिबानियों से। भारत को खतरा है इसके भीतर छिपे आस्तीन के सांपों से। जो डंसते तो है, लेकिन सामने आकर नहीं। इस कारण हमारे देश को कई चुनौतियों से जूझना पड़ता है, चाहे वो भ्रष्टाचार हो या घोटाला। देश को 2g, कोयला घोटाले और कामनवेल्थ घोटाले के नाम पर इन्होंने देश को खूब नोचा है।

अगर हम देश के पिछले 70 सालों का इतिहास देखें तो सबसे अधिक शासन कांग्रेस ने किया था। जिसके पार्टी में ऐसे कई नेता हैं जो अक्सर देश को हिंसा की आग में झोंकने के साथ ही, बंटवारे की भी राजनीति करते है। इन्हीं में से एक नाम है कांग्रेस नेता सलमान खुर्शीद की। जिन्होंने हिंदुत्व की तुलना ISIS और बोको हराम जैसे आतंकी संगठनों से की है।

आपको बता दें कि हिंदुओं से नफरत करने वाले सलमान खुर्शीद कांग्रेस या यूं कहे घोटालेबाज सरकार में जब मंत्री थे, तो उस समय विकालांगों का पैसा भी डकार चुके है, उन्होंने उस पैसों को अपने पत्नी के ट्रस्ट में जमा करवा दिए थे। बता दें कि उत्तर प्रदेश सरकार के अधिकारी के फर्जी साइन पर सामाजिक न्याय और अधिकारिता मंत्रालय ने सलमान खुर्शीद और उनकी पत्नी लुईस खुर्शीद के ट्रस्ट को मार्च 2011 में फंड का दूसरा हिस्सा (68 लाख रुपए) जारी किया। ट्रस्ट पर आरोप है कि इससे पहले वह फर्जी लेटर्स के आधार पर 2009-10 में केंद्रीय मंत्रालय से 71 लाख रुपए ले चुका था।

24 मार्च 2011 की तारीख पर यूपी सरकार में विकलांग कल्याण विभाग के पूर्व विशेष सचिव के सिग्न्चर वाले लेटर में कहा गया है कि राज्य सरकार विकलांग लोगों की सहायता के लिए डॉक्टर जाकिर हुसैन मेमोरियल ट्रस्ट के काम से संतुष्ट है। इस लेटर में कहा गया है कि ट्रस्ट ने 2009-10 में राज्य के 17 जिलों के विशेष कैंपों में ‘सक्षम तकनीकी विशेषज्ञों’ की मौजूदगी में विकलांग लोगों को सामान दिए हैं। इस लेटर में यह सिफारिश की गई है कि मंत्रालय ट्रस्ट को और पैसे दें।

मुख्यमंत्री के ऑफिस के सूत्रों ने बताया कि 2009-10 में ट्रस्ट में फंड के गलत इस्तेमाल की शुरुआती जांच मई 2012 में खत्म हो गई थी और इसके तथ्य मुख्यमंत्री को बता दिए गए थे। इस जांच के मुताबिक ट्रस्ट के काम करने वाले 17 जिलों में से 13 जिलों के 34 अधिकारियों ने कहा था कि उनके फर्जी सिग्न्चर किए गए हैं। उन्होंने यह भी बताया कि इनमें से किसी भी जिले में विकलांग कल्याण के लिए न तो कोई कैंप लगाया गया और न ही कोई सामान बांटा गया।

हालांकि मामला जो भी हो, लेकिन जिस प्रकार कांग्रेस उपमुखिया प्रियंका गांधी अपनी खोती हुई जमीन को वापस लेनी की कोशिश कर रहीं थी। उसे पलीता लगाने का काम किया है सलमान खुर्शीद और राशिद अल्वी ने। जिन्होंने जय श्री राम का नारा लगाने वाले लोगों की तुलना कालनेमी नामक राक्षस से की है।

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