मो. राशिद अल्वी (युवाछात्र व सोशलएक्टिविस्ट) भारत में बढ़ता बहुसंख्यकवाद, जिसमें झलकती फासीवाद और नाजीवाद विचारधारा और कुचले जाते अल्पसंख्यको के मानवाधिकार। भारत में बढ़ते इस बहुसंख्यकवाद से देश में उत्पन्न होती एक घृणित सोंच और इस सोंच से बढ़ती कट्टरता और खोती इंसानियत देश की खुशनुमा तहज़ीब को अंधकार