केंद्रीय गृह मंत्री एवं भाजपा राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह इस वक्त राजस्थान के जोधपुर में नागरिकता संशोधन अधिनियम के समर्थन के रैली में जनसभा को संबोधित कर रहे हैं। रैली में उन्होंने कांग्रेस पर जोरदार हमला बोला है। कांग्रेस के साथ साथ गृह मंत्री ने ममता बनर्जी पर भी तंज कसा है।
जो शरणार्थी अत्याचार झेलकर भारत आए हैं, जिनकी संपत्ति, रोजगार छीन लिया गया। जिसका परिवार छिन गया, और उनके लिए विपक्षी कहते हैं कि इन्हें नागरिकता नहीं दी जाए। मैं कहना चाहता हूं कि उन देशों से जो शरणार्थी आए हैं वो भारत के ही हैं।
नेहरू-लियाकत समझौते में दोनों देशों के अल्पसंख्यकों के संरक्षण का भरोसा दिया गया था। हमारे यहां अल्पसंख्यक भाई-बहनों को सम्मान से रखा गया। लेकिन पाकिस्तान में अल्पसंख्यक 23 प्रतिशत से 3 प्रतिशत पर आ गए। अब नेहरू-लियाकत समझौते पर अमल हम करेंगे।
ममता दीदी कह रही हैं कि आपकी लाइने लग जाएंगी, आपसे प्रूफ मांगे जाएंगे। मैं बंगाल में बसे हुए सारे शरणार्थी भाइयों को कहना चाहता हूं कि आपको कोई प्रताड़ना नहीं झेलनी पड़ेगी, आपको सम्मान के साथ नागरिकता दी जाएगी। दीदी से डरने की जरूरत नहीं है। मैं ममता दीदी को कहना चाहता हूं कि बंगाली भाषी शरणार्थी हिंदू, दलितों ने आपका क्या बिगाड़ा है, क्यों इनकी नागरिकता का विरोध कर रही हो?
मेरा आप सबसे करबद्ध निवेदन है कि राहुल बाबा, ममता दीदी, केजरीवाल की टोली को जवाब देने के लिए टोल फ्री नंबर पर मिस्ड कॉल देकर नरेन्द्र मोदी जी को नागरिकता संशोधन कानून के लिए अपना समर्थन दीजिए।
वीर सावरकर जैसे इस देश के महान सपूत और बलिदानी का भी कांग्रेस पार्टी विरोध कर रही है। कांग्रेसियों शर्म करो-शर्म करो। वोटबैंक के लालच की भी हद होती है। वोटबैंक के लिए कांग्रेस ने वीर सावरकर जैसे महापुरुष का अपमान किया है।
कांग्रेस पार्टी गुमराह कर रही है, वो कह रही है कि ये कानून धर्म के आधार पर भेदभाव करेगा। किसी भी धर्म को हमने बाकी नहीं रखा है, इन 3 देशों जो minority है चाहे वो हिन्दू हो, सिख हो, जैन, बौद्ध, पारसी या ईसाई हो इन सभी को हम नागरिकता दे रहे हैं। विपक्ष के लोग देश को गुमराह कर रहे हैं कि इससे भारत के मुसलमानों की नागरिकता चली जाएगी, लेकिन मैं आप सबको आश्वस्त करना चाहता हूं कि ये कानून नागरिकता देने का है, किसी की नागरिकता छीनने का नहीं।