मध्यप्रदेश के जबलपुर में बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह ने CAA के पक्ष में आयोजित एक रैली में विपक्ष पर जमकर हमला बोला। उन्होंने जबलपुर में राहुल गांधी और ममता बनर्जी को चुनौती दी कि वे सीएए का एक प्रावधान बताएं, जिससे किसी की नागरिकता जाती हो। अमित शाह ने कहा कि भारत पर जितना हक हमारा है, उतना ही पाकिस्तान से आए हिंदू, सिख, बौद्ध और ईसाई शरणार्थियों का भी है।
CAA के मुद्दे पर कांग्रेस के साथ- साथ टीएमसी चीफ ममता बनर्जी भी केंद्र सरकार के निशाने पर है। इसी के कारण अमित शाह ने जबलपुर में कहा कि, मैं राहुल बाबा और ममता बनर्जी को चुनौती देता हूं कि सीएए में कहीं पर भी किसी की नागरिकता छीनने का प्रावधान नहीं है, इसमें नागरिकता देने का प्रावधान है।
बीजेपी अध्यक्ष ने CAA के मुद्दे पर पीछे नहीं हटने की बात पर जोर देते हुए कहा कि, कांग्रेस वालों कान खोलकर सुन लो, जितना विरोध करना है करो, ये सारे लोगों को नागरिकता देकर ही हम दम लेंगे। भारत पर जितना अधिकार मेरा और आपका है उतना ही पाकिस्तान से आए हुए शरणार्थियों का है। वे भारत के बेटा-बेटी है, वे हमारे भाई हैं।
कांग्रेस पर निशाना साधते हुए कहा कि, जब देश का बंटवारा हुआ और कांग्रेस पार्टी ने देश का बंटवारा धर्म के आधार पर किया था। उस वक्त पूर्वी औऱ पश्चिमी पाकिस्तान से आए हिंदू, सिख, जैन, बौद्ध और ईसाई को भारत आना था, मगर उस समय स्थिति सही नहीं होने के कारण वे वहीं रह गए। हमारे देश के नेताओं ने उन्हें आश्वासन दिया कि आप अभी वहां रह जाइए और आप जब कभी भारत आना चाहेंगे आपका स्वागत किया जाएगा। भारत आपको नागरिकता देगा।
अमित शाह ने इसपर आगे कहा कि, 2 जुलाई 1947 को महात्मा गांधी ने कहा था कि, जिन लोगों को पाकिस्तान से भगाया गया औऱ जो लोग पाकिस्तान में रह गए हैं उनको पता होना चाहिए कि वे भारत के नागरिक थे, जब भी भारत आना चाहते हैं भारत उनको नागरिकता देगा। लेकिन आज सारे कांग्रेसी पूरे देश में सीएए का विरोध कर रहे हैं। अमित शाह यहीं नहीं रूके उन्होंने कहा कि, जो गांधी जी ने कहा था, राहुल बाबा आप गांधीजी को भी नहीं सुनोगे, आपने महात्मा गांधी जी को तो कब का छोड़ दिया है।