होली इस देश में मनाये जाने वाले प्रमुख त्योहारों में से एक है और यह पर्व हर फाल्गुन माह की पूर्णिमा को मनाया जाता है, इस दिन को होलिका दहन किया जाता है और देश से सभी प्रमुख हिस्सों में इस परम्परा का पालन बड़े ही धूमधाम से किया जाता है।
इस माह अगर हम होलिका दहन की बात करे तो इस माह 9 मार्च को पुरे दिन पूर्णिमा तिथि रहेगी जिसके कारण इसी दिन होलिका दहन होगा। वही अगले दिन रंगोत्सव मनाया जाएगा, ज्योतिष के नज़रिये से सोमवार को होली होने से इसका महत्व और बढ़ जाता है क्यूंकि सोमवार को पड़ने वाली पूर्णिमा को धर्म ग्रंथो में अत्यंत शुभ माना गया है।
इस देश में होलिका दहन की तैयारी बड़े ही धूमधाम से की जाती है, बड़ी लकड़ियों और झाड़ियों को एकत्रित करके दहन किया जाता है, आपको बता दे कि पूर्णिमा को भ्रदा का योग दोपहर 12:32 बजे तक रहेगा। इसलिए होलिका दहन का शुभ मुहूर्त शाम 5:52 के बाद है। इस दिन संध्या काल में आप 06 बजकर 22 मिनट से 8 बजकर 49 मिनट तक होलिका का दहन कर सकते है।
माना जाता है कि इस दिन घर में सुख शांति और समृद्धि के लिये होली का पूजन किया जाता है, शुद्ध तांबे के लोटे में कुमकुम डालकर उसे अर्घ दिया जाता है और प्रार्थना की जाती हैं, माना जाता है की भगवान विष्णु ने जैसे भक्त प्रह्लाद की रक्षा की ठीक उसी प्रकार वो और भक्तों की भी रक्षा करते है।