नई दिल्ली : भारतीय पुरुष हॉकी टीम के लिए आज का सुबह बेहद शानदार रहा, जिससे उन्होंने पूरे देश को गौरवान्वित किया। आपको बता दें कि भारतीय पुरुष हॉकी टीम गुरुवार को ब्रान्ज के लिए खेल रही थीं, जिनका सामना वर्ल्ड की बेहतरीन टीम जर्मनी से थी। इस रोमांचक मुकाबले में भारत ने जर्मनी को 5-4 से हराकर एक और पदक अपने नाम किया। साथ ही 41 साल के सूखा को भी खत्म किया। पीएम मोदी ने भी इस जीत पर भारतीय टीम को बधाई दी है।
‘ये नया भारत है, आत्मविश्वास से भरा भारत है’
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भी ओलिंपिक में भारतीय हॉकी टीम के ब्रॉन्ज मेडल जीतने फूल नहीं समा रहे हैं। उन्होंने भारतीय टीम को बधाई देते हुए दो-दो ट्वीट किए। पीएम मोदी ने लिखा कि, ‘प्रफुल्लित भारत! प्रेरित भारत! गर्वित भारत! टोक्यो में हॉकी टीम की शानदार जीत पूरे देश के लिए गर्व का क्षण है। ये नया भारत है, आत्मविश्वास से भरा भारत है। हॉकी टीम को फिर से ढेरों बधाई और शुभकामनाएं।’
प्रफुल्लित भारत! प्रेरित भारत! गर्वित भारत!
टोक्यो में हॉकी टीम की शानदार जीत पूरे देश के लिए गर्व का क्षण है।
ये नया भारत है, आत्मविश्वास से भरा भारत है।
हॉकी टीम को फिर से ढेरों बधाई और शुभकामनाएं। 🏑 #Tokyo2020
— Narendra Modi (@narendramodi) August 5, 2021
ऐसा दिन हर भारतीय को याद रहेगा
भारतीय पुरुष हॉकी टीम की जीत के बाद पीएम मोदी ने ट्वीट किया कि, ‘ऐतिहासिक! एक ऐसा दिन जो हर भारतीय की याद में अंकित रहेगा। कांस्य पदक जीतने के लिए हमारी पुरुष हॉकी टीम को बधाई। इस उपलब्धि के साथ उन्होंने पूरे देश, खासकर हमारे युवाओं की कल्पना पर कब्जा कर लिया है। भारत को अपनी हॉकी टीम पर गर्व है।’
Historic! A day that will be etched in the memory of every Indian.
Congratulations to our Men’s Hockey Team for bringing home the Bronze. With this feat, they have captured the imagination of the entire nation, especially our youth. India is proud of our Hockey team. 🏑
— Narendra Modi (@narendramodi) August 5, 2021
1980 के बाद पहली बार हॉकी (ओलिंपिक) में कोई पदक
भारतीय पुरुष हॉकी टीम ने जर्मनी को हराकर तोक्यो ओलिंपिक में कांस्य पदक जीत लिया है। भारत ने 1980 के बाद पहली बार ओलिंपिक में कोई पदक अपने नाम किया है। सिमरनजीत सिंह के दो गोल की बदौलत भारत ने दो बार पिछड़ने के बाद जोरदार वापसी करते हुए गुरुवार को कांस्य पदक के प्ले ऑफ मुकाबले में जर्मनी को 5-4 से हराकर कांस्य पदक जीता। और 41 साल के सूखा को खत्म किया।