रिपोर्ट: सत्यम दुबे
नई दिल्ली: काफी विचार विमर्श के बाद आखिरकार CBSE 12वीं की बोर्ड परिक्षा भी रद्द कर दी गई। इससे पहले CBSE 10वीं की परिक्षा रद्द की गई थी। जिसके बाद कयास लगाया जा रहा था कि 12वीं की परिक्षा कराई जा सकती है। मंगलवार को पीएम मोदी ने मीटिंग के बाद 12वीं की भी परिक्षा रद्द करने का फैसला किया है।
कोरोना महामारी के दूसरी लहर की तबाही के बाद देश भर के छात्र व अभिभावकों में तीसरे लहर के खतरे को देखते हुए 2वीं के एग्जाम कराने को लेकर डर है। परिक्षा कराने को लेकर CBSE और शिक्षा मंत्रालय की ओर से आज ही सीबीएसई बोर्ड की 12वीं की परीक्षाओं की डेट घोषित की जानी थी। लेकिन शिक्षामंत्री की अचानक तबीयत बिगड़ने के बाद परीक्षाओं को लेकर असमंजस बढ़ गया था। इसके बाद पीएमओ की ओर से घोषणा की गई थी कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी खुद बैठक के बाद परीक्षाओं पर फैसला करेंगे।
आपको बता दें कि 12वीं बोर्ड परीक्षाओं के संबंध में किसी आधिकारिक घोषणा का इंतजार कर रहे छात्रों का इंतजार अब खत्म हो चुका है। 12वीं की परीक्षा कैंसिल कर दी गई है।
कांग्रेस नेता प्रियंका गांधी ने सीबीएसई की 12वीं परीक्षा को लेकर केंद्रीय शिक्षा मंत्री रमेश पोखरियाल निशंक को पत्र लिखकर परीक्षा कैंसिल करने की मांग उठाई थी। प्रियंका गांधी के अलावा दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने भी एग्जाम कैंसिल करने की मांग उठाई थी। अरविंद केजरीवाल ने सरकार के इस फैसले का स्वागत किया है।
मोदी सरकार ने सोमवार 31 मई को सुप्रीम कोर्ट से परीक्षाओं पर निर्णय लेने के लिए 2 दिनों का समय मांगा था। शिक्षा मंत्रालय को गुरुवार 03 जून तक अपना अंतिम निर्णय कोर्ट को देना है।
CBSE बोर्ड ने पिछले हफ्ते हुई केंद्रीय मंत्रियों की बैठक में परीक्षा आयोजित करने के दो विकल्प सुझाए थे। पहला विकल्पा था सभी विषयों की परीक्षा घटे हुए एग्जारम पैटर्न पर आयोजित करना, और दूसरा विकल्पर था केवल महत्वपपूर्ण विषयों की परीक्षा आयोजित करना। प्रधानमंत्री मोदी ने मंगलवार को बैठक में दोनो विकल्पों पर विचार के बाद परिक्षाओँ को रद्द करने का निर्णय लिया है।