लोकसभा चुनाव में पीएम मोदी को पटखनी देने के मकसद से बने इंडिया गठबंधन में विधानसभा चुनाव में सीटों के बंटवारे को लेकर अभी से तलवारें खिंचनी शुरू हो गई है। विपक्षी गठबंधन के दो महत्वपूर्ण घटक कांग्रेस और समाजवादी पार्टी फिलहाल मध्य प्रदेश के विधानसभा चुनाव में आमने-सामने आ गए हैं।
नई दिल्लीः लोकसभा चुनाव में पीएम मोदी को पटखनी देने के मकसद से बने इंडिया गठबंधन में विधानसभा चुनाव में सीटों के बंटवारे को लेकर अभी से तलवारें खिंचनी शुरू हो गई है। विपक्षी गठबंधन के दो महत्वपूर्ण घटक कांग्रेस और समाजवादी पार्टी फिलहाल मध्य प्रदेश के विधानसभा चुनाव में आमने-सामने आ गए हैं।
कई सीटों पर उतरे दोनों के उम्मीदवार
मध्य प्रदेश में रविवार को कांग्रेस और समाजवादी पार्टी ने अपने अपने उम्मीदवारों की सूची जारी कर दी है। रविवार की शाम सपा ने 8 सीटों पर अपने उम्मीदवार घोषित किए। इसमें 4 सीटें ऐसी हैं, जिस पर रविवार की सुबह कांग्रेस ने भी अपने चेहरे उतारे थे। इसे फिलहाल सपा की दबाव की रणनीति के तौर पर देखा जा रहा है। सपा ने करीब दो महीने पहले ही एमपी की छह सीटों पर अपने प्रत्याशी घोषित किए थे। इसमें निवाड़ी से मीरा दीपक यादव, राजनगर से ब्रजगोपाल पटेल, भांडेर से रिटायर्ड जिला जज डीआर राहुल, मेहगांव से बृज किशोर सिंह गुर्जर, धौहानी से विश्वनाथ सिंह मरकाम व चितरंगी से श्रवण कुमार गौड़ का नाम शामिल था। समाजवादी पार्टी ने रविवार को जो सूची घोषित की है, इसमें मेहगांव से तो अपना प्रत्याशी वापस ले लिया है, लेकिन पहले घोषित पांच सीटों के साथ ही तीन सीटों पर और दावा ठोक दिया है। पार्टी ने सिरमौर से लक्ष्मण तिवारी, बिजावर से मनोज यादव, कटंगी से महेश सहारे और सीधी से रामप्रताप सिंह यादव को उम्मीदवार घोषित किया है। समाजवादी पार्टी की यह बैठक कांग्रेस के 144 उम्मीदवारों की सूची आने के बाद हुई। कांग्रेस ने अपनी सूची में भांडेर, राजनगर, बिजावर और कटंगी विधानसभा भी उम्मीदवार घोषित कर दिए।
सपा को सीट देने के मूड में नहीं है कांग्रेस
बताया यह जा रहा है कि सपा जिन 8 सीटों पर लड़ना चाहती थी, उसकी सूची कांग्रेस नेतृत्व को दी जा चुकी थी। कांग्रेस ने रविवार सुबह एमपी की 144 विधानसभा सीटों पर उम्मीदवारों की घोषणा की। करीब 10 घंटे बाद शाम पांच बजे सपा ने भी नौ उम्मीदवारों की घोषणा की। इसमें पांच सीटें ऐसी हैं, जहां कांग्रेस और सपा दोनों के उम्मीदवार आमने-सामने हैं। सपा की ओर से घोषित चार अन्य सीटों पर अभी कांग्रेस ने उम्मीदवार नहीं उतारे हैं। कांग्रेस सूत्रों का कहना है कि इन सीटों पर कांग्रेस के दो से तीन उम्मीदवारों के बीच जोर आजमाइश चल रही है। अगली सूची में इन पर उम्मीदवारों के नाम तय कर लिए जाएंगे। पार्टी के एक वरिष्ठ नेता ने बताया कि इंडिया गठबंधन को लेकर भले बातचीत चल रही है, लेकिन विधानसभा चुनाव में कांग्रेस समाजवादी पार्टी को सीटें देने के मूड में बिलकुल भी नहीं है। फिलहाल उम्मीद जा रही थी कि लोकसभा चुनाव के समीकरण के मद्देनजर कांग्रेस मध्य प्रदेश में कुछ सीटें सपा को दे देगी, लेकिन अभी तक स्थितियां एकदम विपरीत हैं।
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