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अमेरिका के इस बयान से पाकिस्तान होगा खुश, दिया बड़ा बयान

By Amit ranjan 
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नई दिल्ली : अमेरिकी सीनेट चुनाव में डोनाल्ड ट्रंप की करारी हार के बाद हाल ही में जो बाइडेन ने राष्ट्रपति का पद संभाला था। जिसके बाद से वे लगातार ऐसे कई कदम उठा रहें थे जिससे अन्य देशों के साथ-साथ अमेरिका को भी लाभ पहुंचे। अपने इसी राह पर चलते हुए अमेरिका ने भारत और पाकिस्तान से संबंधों को लेकर एक अहम बयान दिया है, जो पाकिस्तान को खुश करने वाला है।

गुरुवार को अमेरिका के विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता नेड प्राइस ने कहा कि अमेरिका भारत के साथ रिश्ते मजबूत करना चाहता है लेकिन पाकिस्तान के साथ रिश्ते भी उसके लिए अहमियत रखते हैं। नेड प्राइस ने कहा कि बाइडेन प्रशासन के लिए भारत से अच्छे रिश्ते होने का मतलब ये नहीं है कि पाकिस्तान के साथ संबंध खराब होंगे।

प्राइस ने कहा कि, मुझे लगता है कि भारत के साथ अमेरिका के रिश्ते अहम हैं लेकिन पाकिस्तान पर भी यही बात लागू होती है। हमारे नजरिए में इन रिश्तों की अपनी अलग-अलग जगह है। जब अमेरिका की विदेश नीति की बात आती है तो ये किसी एक के फायदे और दूसरे के नुकसान पर आधारित नहीं है।

उन्होंने कहा कि, हमारे इन देशों के साथ सकारात्मक और रचनात्मक रिश्ते हैं. हमारे आपसी रिश्ते किसी तीसरे के साथ रिश्ते पर आधारित नहीं हैं। किसी एक रिश्ते की कीमत पर दूसरा रिश्ता नहीं बना है। अमेरिकी प्रवक्ता ने कहा कि, जब भारत की बात आती है तो हमारी वैश्विक रणनीतिक साझेदारी है और हमने इसके बारे में बात की है। वहीं, पाकिस्तान की बात करें तो इसके बारे में भी मैंने कुछ दिन पहले बयान दिया था। क्षेत्र में हमारे साझा हित हैं और हम उन साझा हित के मुद्दों पर पाकिस्तानी प्रशासन के साथ काम करना जारी रखेंगे।

प्राइस ने कहा कि भारत को 20 अरब डॉलर के आधुनिक हथियार बेचने का प्रस्ताव देना भारत के साथ साझेदारी को लेकर अमेरिका की प्रतिबद्धता को साबित करता है। इसके साथ ही अमेरिकी प्रवक्ता ने कश्मीर मुद्दे का भी जिक्र किया। प्राइस ने कहा कि, मुझे लगता है कि हम पहले भी कह चुके हैं कि हम जम्मू-कश्मीर के हालात पर करीब से नजर बनाए रखेंग। कश्मीर को लेकर हमारी नीति में कोई बदलाव नहीं आया है। भारत के लोकतांत्रिक मूल्यों के अनुरूप जम्मू-कश्मीर में आर्थिक और राजनीतिक स्थिति बहाल करने के लिए उठाए गए कदमों का स्वागत करते हैं। फरवरी महीने में मोदी सरकार ने कश्मीर में 4G मोबाइल इंटरनेट सेवा बहाल कर दी थी।

प्रवक्ता प्राइस ने कहा कि, हम कश्मीर और अन्य मुद्दों पर भारत और पाकिस्तान के बीच सीधी बातचीत का समर्थन करना जारी रखेंगे। साल 2003 में युद्धविराम को लेकर जो समझौता हुआ था, हम चाहते हैं कि उस पर अमल करते हुए एलओसी पर तनाव कम किया जाए।

आपको बता दें कि अमेरिकी विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता नेड प्राइस ने ये सभी बातें नियमित प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान की। जिस दौरान पत्रकारों ने भारत और पाकिस्तान को लेकर कई सवाल किये। जिसके जवाब में प्राइस ने ये सभी बातें कहीं।

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