This bet of NSA Ajit Doval and External Affairs Minister S Jaishankar caused a lot of trouble for Pakistan on the world stage; NSA चीफ अजीत डोभाल और विदेश मंत्री एस जयशंकर के दांव से विश्व मंच पर हुई पाकिस्तान की फजीहत। बैठक में शामिल होने थे 57 देशों के विदेश मंत्री। 16 देशों ने ही जताया पाकिस्तान पर भरोसा।
नई दिल्ली : भारत के राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोभाल और विदेश मंत्री एस जयशंकर ने एक बार फिर विश्व पटल पर पाकिस्तान की भारी फजीहत करवा दी। दरअसल पाकिस्तान में इन दिनों एक जरूरी बैठक चल रही थी। बैठक का नाम था OIC। यानी organsitioin of islamic corproation जिसमें कुल 57 देशों के विदेश मंत्रियों ने बैठक की…. बैठक तो पाकिस्तान में चल रही थी, लेकिन कंट्रोल तो भारत के पास था। यही कारण है कि बीच बैठक को छोड़ 5 विदेशों के विदेश मंत्रियों ने भारत का रुख कर लिया।
पाकिस्तान को इससे कितना बड़ा सदमा लगा है इस बात का अंदाजा पाकिस्तान की मीडिया से लगा सकते है। इस बात का जिक्र पाकिस्तान के पत्रकार कमर चीमा भी करते है। वो अपने टिवटर पर लिखते है कि भारत ने पाकिस्तान में आयोजित ओआईसी कॉन्फ्रेंस को फेल करने की कोशिश की है।
आपको बता दें कि पाकिस्तान ने 19 दिसंबर को OICI की मीटिंग बुलाई थी, मुद्दा था आफगानिस्तान का मान्यता और मत देना, OIC की कुल 57 सदस्य देश हैं और इसमे सभी इस्लामिक कंट्री शामिल है। इनमें से सिर्फ 16 देशों के मंत्री इस्लामाबाद में इस बैठक में भाग लेने के लिए पहुंचे थे। पहले 57 देशों में मात्र 16 देशों ने ही पाकिस्तान पर भरोसा जताया…उसके बाद 16 देशों में पांच देशों को भारत ने अपने तरफ चले आए….. कजाखिस्तान, किर्गिस्तान ताजिकिस्तान, तुर्कमेनिस्तान, और उर्बबेकिस्तान को भारत पर भरोसा जताया है। ये वो 5 देशों के विदेश मंत्री है जिन्होंने भारत आना सही समझा।
हालांकि इस दौरान भारत के विदेश मंत्री और NSA अजीत डोभाल ने पाकिस्तान के उम्मीदों पर पानी फेर दिया। इतना ही नहीं 19 दिसंबर को 5 विदेश मंत्रीयों को दिल्ली में होस्ट को ये संदेश भी भेजा गया कि आफगानिस्तान के मुद्दे पर देश पाकिस्तान से ज्यादा भारत की रुख पर भरोसा करते है। साथ ही एस जयशंकर ने और अजीत डोभाल के डिप्लोमेसी की तारिफ भी करनी होगी। ये पाकिस्तान की हार है।
आपको बता दें कि इन पांच देशों के मंत्रियों की मुलाकात पीएम मोदी से भी होनी है। पीएम मोदी के साथ इन मंत्रियों की बैठक पाकिस्तान को करारा जवाब है।