This girl, who made the whole world crazy with green eyes, got relief from cruelty ; अफगान लड़की शरबत गुल्ला को तालिबान की क्रूरता से राहत मिली। नेशनल ज्योग्राफिक के कवर पर छापी गई थी इसकी तस्वीर और वायरल हो गई थी।
नई दिल्ली : अपनी हरी आंखों से पूरी दुनिया को दीवाना बनाने वाली और कभी नेशनल ज्योग्राफिक के कवर पर छाई अफगान लड़की शरबत गुल्ला को तालिबान की क्रूरता से बड़ी राहत मिल गई है। इटली सरकार ने शरबत को लेकर जानकारी दी है कि हरी आंखों वाली फेमस अफगान गर्ल अफगानिस्तान पर तालिबान के कब्जे के बाद इटली पहुंच गई है। उन्होंने कहा, ” अफगान नागरिकों के लिए व्यापक निकासी कार्यक्रम और सरकार की योजना के एक हिस्से के रूप में इटली तक लाया गया।”
बता दें कि 1984 में अमेरिकी वॉर फोटोग्राफर स्टीव मैककरी ने एक अफगान शरणार्थी लड़की शरबत गुल्ला की तस्वीर ली थी। यह तस्वीर नेशनल ज्योग्राफिक के कवर पर छापी गई थी और वायरल हो गई थी। यह तस्वीर सालों से चल रहे अफगान युद्ध का प्रतीक बन गई थी।
इटली सरकार ने बताया है कि अगस्त 2021 में काबुल पर तालिबान के कब्जे के बाद शरबत ने अफगानिस्तान छोड़ने के लिए मदद मांगी, जिसके बाद सरकार ने मदद की। सरकार ने कहा कि हम पहले से ही अफगान लोगों को सुरक्षित निकाल रहे थे। शरबत भी इसी कड़ी का हिस्सा थी हम शरबत का जीवन आसान करने की कोशिश करेंगे।
रिपोर्ट्स के मुताबिक 2002 में मैककरी फिर से शरबत से मिले। एक FBI एनालिस्ट ने इस बात की पुष्टि की थी। 2016 में शरबत पाकिस्तान में रहने की कोशिश कर रही थी। लेकिन उसे नकली पाकिस्तानी नेशनल आइडेंटिटी कार्ड बनवाने के कारण गिरफ्तार कर लिया गया। शरबत ने पढ़ाई नहीं की है और उनकी उम्र अब 40 के आसपास पहुंच गई है। वह पाकिस्तान की जेल में 15 दिन गुजार चुकी हैं। उन पर 110,000 रुपये का जुर्माना भी लगा था।
इसके बाद तत्कालीन अफगान राष्ट्रपति अशरफ गनी ने शरबत का अफगानिस्तान में स्वागत किया और उसे एक अपार्टमेंट देने का वादा किया। उन्होंने कहा था कि शरबत गरिमा और सुरक्षा के साथ अफगानिस्तान में रह सकती हैं। लेकिन एक बार फिर से अगस्त 2021 में अफगानिस्तान पर तालिबान का कब्ज़ा हो गया जिसमें महिलाओं को अधिकारों से वंचित रखा गया है। ऐसे में शरबत ने इटली का रुख किया।