चीन के शिनजियांग प्रांत में रहनेवाले मुस्लिमों पर हो रही ज्यादती को लेकर अब दुनियाभर के देशों को पता चल चुका है। चीन शिनजियांग प्रांत में कैसे उइगर मुस्लिमों के साथ सौतेला व्यवहार कर रहा है। अमेरिका के बाद अब फ्रांस ने भी बुधवार को चीन से कहा कि, वह शिनजियांग प्रांत में मुस्लिमों को बड़े पैमाने पर मनमाने तरीके से हिरासत में लेना बंद करे।
क्योंकि चीन ने करीब 10 लाख उइगर मुस्लिमों और अन्य मुस्लिम अल्पसंख्यकों को ऐसे शिविरों में रखा है जिन्हें पेइचिंग वोकेशनल स्कूल (व्यवसायिक विद्यालय) कहता है।
फ्रांस विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता ने कहा कि, हम चाहते हैं कि चीन मनमाने तरीके से उइगर मुस्लमानों को हिरासत में लेना बंद करे। इसके साथ ही फ्रांस के विदेशमंत्री ज्यां वेस ले ड्रायन ने चीन से कहा कि, वह इन शिविरों को बंद करे और संयुक्त राष्ट्र के मानवाधिकार मामलों के उच्चायुक्त को जल्द से जल्द शिनजियांग जाने दें जिससे की वह वहां के हालात के बारे में रिपोर्ट दे सकें।
दरअसल चीन के इन शिविरों का खुलासा उस वक्त हुआ था जब इनसे जुड़े दस्तावेज चीन के राजनीतिक प्रतिष्ठान से जुड़े एक सदस्य से लीक हो गए थे। इसपर चीन ने शुरूआत में इन नजरबंदी शिविरों के अस्तित्व से इनकार किया, लेकिन बाद में अपने रूख में बदलाव करते हुए कहा कि, ये व्यावसायिक विद्यालय है जिनका उद्देश्य शिक्षा और प्रशिक्षण के जरिए इस्लामिक कट्टरपंथ से मुकाबला करना है।