यूएन में भारत के स्थायी
प्रतिनिधि सैयद अकबरूद्दी ने वैश्विक आतंकवाद को लेकर सोशल मीडिया में प्रयोग पर चिंता
जताई। यूएन में भारत के स्थायी प्रतिनिधि ने पाकिस्तान का नाम लिए बिना सीमापार से
होनेवाले आतंकवाद को लेकर चिंता जताई। उन्होंने कहा कि बोको हराम, अलकायदा, लश्कर-ए-तैयबा जैसे
वैश्विक आतंकी संगठन वैश्विक नागरिक मंचों जैसे सोशल मीडिया का इस्तेमाल कर रहे
हैं।
वैश्विक आंतकियों के सोशल मीडिया प्रयोग का
मामला उठाया संयुक्त राष्ट्र और शंघाई सहयोग संगठन की ओर से आयोजित
कार्यक्रम में उन्होंने वैश्विक आतंकवाद की चुनौतियों का जिक्र किया। उन्होंने कहा, ‘संयुक्त राष्ट्र के
द्वारा आतंकी घोषित संगठन जैसे आईएसआईएल, अल-शहबाब, अलकायदा, बोको हराम, लश्कर-ए-तैयबा, जैश-ए-मोहम्मद जैसे संगठन अपने प्रभुत्ववाले
क्षेत्र में सीमापार से आतंकी गतिविधियों को अंजाम देते हैं और क्षेत्र में
अस्थिरता पैदा करते हैं। इसके लिए ये संगठन सार्वजनिक मंचों जैसे साइबरस्पेस और
सोशल मीडिया का प्रयोग कर रहे हैं।’
यूएन में भारत के स्थायी प्रतिनिधि ने पाकिस्तान का नाम नहीं लिया, लेकिन जिन संगठनों का जिक्र उन्होंने किया उनमें से कई पाकिस्तानी संगठन हैं। अलकायदा, जैश-ए-मोहम्मद जैसे संगठन पाकिस्तान से सक्रिय हैं और भारत में सीमापार आतंकी गतिविधियों को अंजाम देते रहे हैं। अलकायदा, जैश-ए-मोहम्मद, लश्कर-ए-तैयबा जैसे आतंकी संगठनों ने भारत में कई बड़ी आतंकी गतिविधियों को अंजाम दिया है।