भारतीय जनता पार्टी के नेता एकनाथ खड़से ने शुक्रवार को राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (एनसीपी) में शामिल हो गए। इस अवसर पर राकांपा प्रमुख शरद पवार भी उपस्थित थे।
एनसीपी में शामिल होने के बाद, खडसे ने कहा कि अगर भाजपा ने प्रवर्तन निदेशालय को हमारे पीछे रखा, तो हम सीडी चलाएंगे।
भूमि पर कब्जा करने के आरोपों को लेकर 2016 में तत्कालीन मुख्यमंत्री देवेंद्र फड़णवीस के मंत्रिमंडल से हटाये जाने के बाद से नाराज चल रहे खडसे (68) ने बुधवार को भाजपा छोड़ दी थी। उसी दिन, प्रदेश राकांपा प्रमुख जयंत पाटिल ने खडसे के शरद पवार नीत पार्टी में शामिल होने की घोषणा की थी।
खडसे ने हाल ही में कहा था कि उन्होंने भाजपा छोड़ने और राकांपा में शामिल होने का फैसला किया क्योंकि उन्हें लगता था कि जब तक भाजपा में देवेंद्र फड़नवीस हैं, उन्हें “कभी न्याय नहीं मिलेगा”। उन्होंने फडणवीस पर उनके साथ “गंदी राजनीति” करने का भी आरोप लगाया।
वरिष्ठ नेता ने आरोप लगाया कि सामाजिक कार्यकर्ता अंजलि दमानिया ने उनके खिलाफ छेड़छाड़ की शिकायत दर्ज की थी और पुलिस ने फडणवीस के निर्देश पर उस संबंध में मामला दर्ज किया था।
खडसे ने आरोप लगाया, “फडणवीस ने स्वीकार किया कि उन्होंने खुद दमनिया के आरोपों के आधार पर स्थानीय पुलिस को मेरे खिलाफ प्राथमिकी दर्ज करने के लिए कहा था। मैं मुंबई में नहीं था, फिर भी मेरे खिलाफ वहां एक प्राथमिकी दर्ज की गई … मैंने कभी इस तरह का मामला नहीं देखा। मेरे चार दशकों के भाजपा के सफर में गंदी राजनीति। ”
उन्होंने कहा, “मैं 2014 के विधानसभा चुनाव से पहले विपक्ष का नेता था, जब भाजपा ने 123 सीटें जीती थीं।” लेकिन देखें कि 2019 में क्या हुआ। तमाम संसाधनों के बावजूद, बीजेपी फड़नवीस के नेतृत्व में केवल 105 सीटें ही जीत सकी।
खडसे के इस बयान पर फडणवीस ने कहा कि एकनाथ खडसे केवल “आधा सच” बोल रहे हैं और उन्हें “खलनायक” बना रहे हैं।
आप को बता दे कि राकांपा में खडसे के औपचारिक रूप से दोपहर दो बजे शामिल होने का कार्यक्रम था, लेकिन इसमें करीब एक घंटे की देर हुई क्योंकि पवार पार्टी के नेता एवं राज्य में मंत्री जितेंद्र आव्हाड के साथ एक बैठक में थे।
जयंत पाटिल ने खडसे का पार्टी में स्वागत किया। खडसे ने बुधवार को संवाददाताओं से बात करते हुए फड़णवीस पर उनका जीवन और राजनीतिक करियर बर्बाद करने की कोशिश करने का आरोप लगाया था।