नई दिल्ली : पश्चिम बंगाल चुनाव होने में तकरीबन चार माह शेष हैं, उससे पहले ही सभी पार्टियां एक्टिव हो चुकी है। एक तरफ जहां बीजेपी अपनी पूरी ताकत से ममता के कीले को ढ़हाने लगी हैं तो वहीं दूसरी तरफ ममता लाख जतन के बाद भी अपने कीले को बचाने में नाकामयाब नजर आ रही है। गौरतलब है कि टीएमसी में पिछले कई दिनों में एक के बाद एक विधायक और सांसद ने छोड़, बीजेपी का दामन थामा है।
वहीं चुनाव से पहले ही पश्चिम बंगाल के लगातार बढ़ते तापमान को लेकर चुनाव आयोग के मुखिया सुनील अरोड़ा ने बड़ा ऐलान किया है। सुनील अरोड़ा ने कहा कि राजनीतिक दलों के साथ चर्चा के बाद ज्यादातर ने कहा कि चुनावों में बड़ी संख्या में CAPF की तैनाती की जाए और पोलिंग स्टेशन पर वीडियोग्राफी हो ताकि सुरक्षित वोटिंग हो सके। उन्होंने सोशल मीडिया के दुरुपयोग को रोकने के लिए प्रभावी कदम उठाने के लिए भी कहा है।
उन्होंने कहा कि पश्चिम बंगाल में 78,903 मतदान केंद्र थे। अतिरिक्त मतदान केंद्र 22,887 होंगे। अब कुल 1,01,790 मतदान केंद्र होंगे। इस बार सभी मतदान केंद्र ग्राउंड फ्लोर पर होंगे। यह दिव्यांगजनों को ध्यान में रखकर और मतदान प्रतिशत बढ़ाने के लिए किया गया है। अब जबकि चुनाव से पहले ही काफी एक्टिव नजर आ रहीं हैं तो अब देखना यह है कि अक्सर चुनाव के समय हिंसा की भेंट चढ़ने वाले बंगाल में, इस साल के विधानसभा चुनाव में कैसा माहौल रहेगा।