वाशिंगटन: बाइडन ने अमेरिकियों को भरोसा दिलाया है कि उनका पहला काम कोरोना महामारी को नियंत्रण में लाना है। यही एकमात्र तरीका है, जिससे हम जीवित रह सकते हैं। उन्होंने यह भी कहा कि सोमवार को वह महामारी पर नियंत्रण के लिए अग्रणी वैज्ञानिकों और विशेषज्ञों के एक समूह की घोषणा करेंगे। यह टास्क फोर्स विज्ञान को ध्यान में रखकर बनाई जाएगी। उनकी टिप्पणी इसलिए महत्वपूर्ण हैं, क्योंकि अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप पर अपने ही स्वास्थ्य विशेषज्ञों को नहीं सुनने का आरोप है।
अपने गृह प्रांत डेलावेयर में जिस समय बाइडन लोगों को संबोधित कर रहे थे, उस समय उनके साथ रनिंग मेट कमला हैरिस भी मौजूद थीं। इस दौरान बाइडन ने हैरिस को भारतीय के बजाय एक दक्षिण एशियाई व्यक्ति कहकर संबोधित किया। बाइडन ने कहा, ‘मुझे एक शानदार उपराष्ट्रपति के साथ काम करने का अवसर मिल रहा है। वह ना केवल पहली महिला हैं बल्कि पहली अश्वेत और दक्षिण एशियाई महिला हैं, जो इस पद तक पहुंची हैं।
भले ही जो बाइडन राष्ट्रपति निर्वाचित हो गए हों, लेकिन राष्ट्रपति ट्रंप फिलहाल हार मानने को तैयार नहीं हैं। सीएनएन ने दो अज्ञात स्रोतों के हवाले से कहा है कि ट्रंप के दामाद जेरेड कुश्नर ने इस संबंध में उनसे मिले थे। हालांकि एक अन्य मीडिया संस्थान ने कहा है कि कुश्नर ने राष्ट्रपति से परिणामों को स्वीकार करने का आग्रह किया था, लेकिन ट्रंप हार मानने को तैयार नहीं हैं। उधर, ट्रंप ने एक बयान में कहा है कि वह तब तक चुप नहीं बैठेंगे जब तक अमेरिकी लोगों द्वारा दिए गए प्रत्येक वोट की गिनती नहीं हो जाती है।