{ श्री अचल सागर जी महाराज की कलम से }
अगर आप पुनर्जन्म में यकीन करते है तो आप इस बात में भी यकीन करेंगे की इंसान को उसके कर्मों का फल यही भोगना पड़ता है। कई बार इंसान ऐसी गंभीर बीमारी का शिकार हो जाता है जो उसने सोचा नहीं था क्योंकि उसका कारण यह है कि वो उसके प्रारब्ध में होती है।
जो इंसान के प्रारब्ध में होता है वो तो उसे भोगना ही पड़ता है लेकिन एक बात यह भी सच है कि इंसान के ऊपर भी कई जिम्मेदारी होती है। एक इंसान अगर चाहे तो एक अच्छी दिनचर्या को अपने जीवन का हिस्सा बनाकर शरीर को सुखी कर सकता है।
कोई भी इंसान यह नहीं चाहता है कि उसका शरीर बिगड़ जाए या उसे शरीर का दुःख प्राप्त हो लेकिन कई बार इंसान अपनी गलती के कारण भी ये सब भोगता है इसलिए एक इंसान को स्वस्थ दिनचर्या को अपने जीवन का हिस्सा बनाना चाहिए।
आपने कई लोग देखे होंगे जो हर बात में आलस करते है और ना ही सुबह जल्दी उठकर शरीर की कसरत करते है और बाद में दिन भर कहते है कि हमे थकान होती है। ऐसे लोग अपने आलस के कारण बाद में बीपी और शुगर जैसी बीमारी का शिकार हो जाते है।
तो आज आपसे निवेदन है कि आप सभी आलस को छोड़कर एक अच्छी दिनचर्या को अपने जीवन का हिस्सा बनाएंगे ताकि आप बीमार नहीं हो। रोज़ सुबह जल्दी उठिए और अपने शरीर को तंदुरुस्त रखिये।
अगर आप जीवन का वास्तविक सुख भोगना चाहते है तो आपको अपने शरीर को सुखी रखना होगा। एक ऐसा व्यक्ति जो रोज़ सुबह जल्दी उठकर सूरज के उगने से पहले स्नान कर लेता है और बाद में सूर्य नमस्कार करते हुए कसरत करता है वो सदैव सुखी रहता है।
समय समय पर पानी पीते रहना, रात को जल्दी सोना, रात को भारी खाना नहीं लेना, तेल मसाले सीमित मात्रा में खाना और सुबह सुबह गर्म पानी का सेवन करने से शरीर सही रहता है। रोज़ एक गिलास शाम को नींबू पानी लेना चाहिए।
इसलिए आपसे यही विनती है कि एक अच्छा जीवन जीने के लिए शरीर सही होना चाहिए और ऐसा करने के लिए स्वस्थ दिनचर्या का होना बड़ा जरुरी है।