1. हिन्दी समाचार
  2. वायरल
  3. ग्लैमरस मॉडल जिसे कपड़ों की वजह से भागना पड़ा अपने देश, पहना था ऐसा ड्रेस जिसे देख पुलिस ने किया अपमानित…

ग्लैमरस मॉडल जिसे कपड़ों की वजह से भागना पड़ा अपने देश, पहना था ऐसा ड्रेस जिसे देख पुलिस ने किया अपमानित…

Glamorous model who had to flee her country because of clothes; मॉडल ने पहना था ऐसा ड्रेस जिसे देख पुलिस ने किया परिवार के सामने ही अपमानित। दिया धक्का और मारा भी। मॉडल ने सुनाई आपबीती...

By Amit ranjan 
Updated Date

नई दिल्ली : ग्लैमरस मॉडल से जुड़ी हुई आपने अभी तक ऐसे कई खबरों को पढ़ा होगा, जिसमें वो अपने ड्रेस या ग्लैमरस लुक को लेकर सुर्खियों में रहती है। लेकिन यहां ये मॉडल अपने ड्रेस की वजह से नहीं बल्कि पुलिस द्वारा पिटाई के कारण सुर्खियों में है। इस दौरान उन्हें वहां से अपने देश को भी भागना पड़ा।

आपको बता दें कि ये मॉडल कोई और नहीं बल्कि 36 वर्षीय ट्रांसजेंडर का नाम नूर सजत कमरुज्जमान (Nur Sajat Kamaruzzaman) है, जो सोशल मीडिया पर बेहद पॉपुलर हैं। नूर एक मॉडल भी हैं। वो ऑस्ट्रेलिया से माइग्रेट होकर मलेशिया आई, लेकिन बीते दिनों यहां उनके धार्मिक समारोह में हिजाब पहनने पर विवाद हो गया। जिसके चलते उन्हें फिर से ऑस्ट्रेलिया भागना पड़ा।

हालांकि, मलेशियाई अधिकारियों ने नूर के तुरंत प्रत्यर्पण की मांग की है। अगर उनपर केस चला और वो दोषी पाई गई तो उन्हें तीन साल तक की जेल हो सकती है।

जानें क्या है पूरा मामला?

दरअसल, नूर ने 2018 में आयोजित एक निजी धार्मिक समारोह में मुस्लिम महिलाओं के तरीके हिजाब पहना था। उन्होंने इसकी तस्वीरें सोशल मीडिया पर भी पोस्ट कर दीं। इसके बाद विवाद शुरू हो गया। मलेशियाई अधिकारियों के मुताबिक, नूर एक पुरुष है और इस्लामी कानून के तहत, पुरुष महिला के कपड़े नहीं पहन सकता है। नूर एक ट्रांसजेंडर महिला है, उन्हें शरणार्थी का दर्जा दिया गया था।

बीबीसी से बात करते हुए नूर ने कहा कि मलेशिया के सेलंगोर राज्य में धार्मिक मामलों के विभाग, JAIS के अधिकारियों द्वारा हमला किए जाने के बाद, उसके पास भागने के अलावा कोई विकल्प नहीं था। JAIS ने उसके खिलाफ इस्लाम के अपमान के आरोप लगाए थे।

नूर सजत ने सुनाई आपबीती

नूर ने कहा कि, “मुझे भागना पड़ा। मेरे साथ कठोर व्यवहार किया गया, मेरे माता-पिता और परिवार के सामने मुझे मारा गया, धक्का दिया गया, हथकड़ी लगाई गई। मुझे शर्मिंदगी झेलनी पड़ी। दुख भी हुआ। मैंने उन्हें सहयोग किया लेकिन उन्होंने फिर भी मेरे साथ ऐसा किया।”

नूर सजत ने आगे कहा कि, “शायद यह इसलिए था क्योंकि वे मुझे एक ट्रांस महिला के रूप में देखते हैं, इसलिए उन्होंने परवाह नहीं की कि मुझे पकड़ा गया, पीटा गया। हम ट्रांस महिलाओं में भी भावनाएं होती हैं। हम सामान्य लोगों की तरह अपना जीवन जीने के लायक हैं।”

वहीं मलेशिया के धार्मिक मामलों के मंत्री इदरीस अहमद ने कहा कि “अगर वह देश आने को तैयार है और गलती स्वीकार करती है तो कोई समस्या नहीं है। हम उसे दंडित नहीं करना चाहते हैं, हम सिर्फ उसे शिक्षित करना चाहते हैं।” हालांकि, एक दूसरे मुस्लिम नेता ने कहा कि, “मेरे लिए नूर एक अलग मामला है। उसने कई ऐसे काम किए हैं, जिसने धार्मिक लोगों को प्रतिक्रिया देने के लिए उकसाया है।”

इन टॉपिक्स पर और पढ़ें:
Hindi News से जुड़े अन्य अपडेट लगातार हासिल करने के लिए हमें फेसबुक, यूट्यूब और ट्विटर पर फॉलो करे...