1. हिन्दी समाचार
  2. वायरल
  3. बक्से में तकरीबन 9 महीने से ‘लावारिस’ पड़ा था कैश, नहीं थी किसी को जानकारी!, जानिए किसने और क्यों भेजा था ये पैसा

बक्से में तकरीबन 9 महीने से ‘लावारिस’ पड़ा था कैश, नहीं थी किसी को जानकारी!, जानिए किसने और क्यों भेजा था ये पैसा

Cash was lying 'unclaimed' in the box for almost 9 months, no one knew!; अमेरिका के न्यूयॉर्क स्थित सिटी कॉलेज के बॉक्स में मिला 'लावारिस' कैश। प्रोफेसर मेनन के पते पर भेजा गया था कैश। नौ महीने तक नहीं थी किसी को कैश की जानकारी।

By Amit ranjan 
Updated Date

नई दिल्ली : एक कॉलेज के प्रोफेसर उस वक्त दंग रह गए जब उन्हें अपने ऑफिस में एक नकदी से भरा बॉक्स मिला, जो तकरीबन नौ महीने से यहीं था। लेकिन इस बात की जानकारी किसी को नहीं थी। जब इस बॉक्स को खोला गया तो प्रोफेसर के होश उड़ गए और उन्हें यकीन नहीं हो रहा था कि जो वो देख रहे हैं, वो सच्च है या झूठ। आपको बता दें कि इस कॉलेज का नाम सिटी कॉलेज है, जो अमेरिका के न्यूयॉर्क में स्थित है।

‘डेली मेल’ की रिपोर्ट के मुताबिक, पिछले महीने प्रोफेसर विनोद मेनन को अपने ऑफिस में नकदी से भरा एक बॉक्स (Box Full Of Cash) मिला था, जिसमें करीब डेढ़ करोड़ रुपये कैश था। इस बॉक्स को नवंबर 2020 में प्रोफेसर के ऑफिस में भेजा गया था। लेकिन कोरोना के चलते कॉलेज बंद था इसलिए किसी की नजर उसपर नहीं पड़ी। करोड़ रुपये से भरा ये बॉक्स ऑफिस में करीब 9 महीने से धूल फांक रहा था।

क्यों और किसे भेजा गया था ये कैश?

प्रोफेसर विनोद मेनन को बॉक्स के अंदर एक नोट मिला। बॉक्स पर डिलीवरी पता प्रोफेसर विनोद के ऑफिस का ही लिखा था, यानी ये बॉक्स उन्हें ही भेजा गया था। नोट में बताया गया कि बॉक्स भेजने वाले शख्स ने विनोद मेनन से शिक्षा ग्रहण की थी। वह कभी उन्हीं के कॉलेज का स्टूडेंट था।

उस स्टूडेंट ने कैश वाले बॉक्स के अंदर छोड़े गए नोट में लिखा कि जिस तरह मैंने इस कॉलेज से बेहतरीन शिक्षा ग्रहण की, उसी तरह दूसरे लोग भी फायदा उठा सकें। मैंने कॉलेज को डोनेशन के तौर पर ये रकम भेंट की है।

खबरों के मुताबिक, बॉक्स भेजने वाले स्टूडेंट ने सिटी कॉलेज से भौतिकी और गणित में स्नातक की डिग्री ली थी, फिर भौतिकी में एमए किया और भौतिकी में डबल पीएचडी प्राप्त की थी। उसने नोट में कहा है कि इस पैसे का इस्तेमाल जूनियर और सीनियर छात्रों को भौतिकी और गणित की पढ़ाई में मदद करने के लिए किया जाए, जिन्हें अपनी पढ़ाई जारी रखने के लिए वित्तीय सहायता की आवश्यकता है।

क्या बोले प्रोफ़ेसर मेनन?

प्रोफ़ेसर मेनन ने कहा कि, “इतने सारे पैसे देखकर झटका लगा. नोट को पढ़कर मुझे वास्तव में इस संस्थान से जुड़ने पर गर्व और खुशी हुई, जिसने वास्तव में उस स्टूडेंट के जीवन में बदलाव किया।” मेनन ने न्यूज एजेंसी को बताया कि, “मैंने वास्तविक जीवन में इतना पैसा नकद रूप में कभी नहीं देखा। मैंने ये सब फिल्मों में भी देखा था। इसलिए मैं हैरान था और मुझे नहीं पता था कि कैसे प्रतिक्रिया दूं।”

इन टॉपिक्स पर और पढ़ें:
Hindi News से जुड़े अन्य अपडेट लगातार हासिल करने के लिए हमें फेसबुक, यूट्यूब और ट्विटर पर फॉलो करे...