उधमपुर से दुर्ग जा रही दुर्ग सुपरफास्ट एक्सप्रेस की चार बोगियों में अचानक आग लग गई। कोच में धुआं भरने से दम घुटने लगा तो चलती ट्रेन से यात्रियों ने कुदकर अपनी और अपने बच्चों की जान बचाई।
रिपोर्ट- धीरज मिश्रा
लुधियाना :उधमपुर से दुर्ग जा रही दुर्ग सुपरफास्ट एक्सप्रेस की चार बोगियों में अचानक आग लग गई। कोच में धुआं भरने से दम घुटने लगा तो चलती ट्रेन से यात्रियों ने कुदकर अपनी और अपने बच्चों की जान बचाई। आग एसी कोच A-1 और A-2 में लगी थी, लेकिन आसपास के कोचों में धुआं भर गया था। AC कोच होने से वहां दम घुटने लगा A-1 कोच में यात्रा कर रहे लोगों ने इमरजेंसी विंडो लॉक होने पर कांच तोड़ा और बच्चों को बाहर निकाला। कुछ लोग चलती ट्रेन से ही उतरने लगे। इस दौरान कई बच्चे घायल भी हो गये। इस कोच में सफर कर रहे यात्री का कहना है कि आग लगने के बाद 15 मिनट तक ट्रेन ट्रैक पर दौड़ती रही। इस कारण आग और भड़क गई। किसी तरह जान बचाकर दूसरे कोच की तरफ भागे, लेकिन वहां भी आग और धुआं नजर आ रहा था। इसके बाद सामान और बच्चों को इमरजेंसी खिड़कियों से बाहर फेंका।
एक समय के लिए तो लगा कि कहीं यह जिंदगी का आखिरी सफर न बन जाए। बच्चों और बुजुर्गों का चेहरा देखकर हिम्मत जुटाई। जब ट्रेन रुकी, तो दमकल दस्ते भी आ गए थे। सामान तो पूरा जल गया है, लेकिन परिवार को बचा लिया गया। और इसकी खबर मिलते ही पुलिस, प्रशासन, रेलवे सहित दमकल की गाड़ियां पहुंची मौके पर पहुंच गई हैं। जिन्होंने आग पर काबू करना शुरू कर दिया है।
जब धुआं से यात्री बेहोश होने लगे, हमने जान बचाई। लुधियाना के रहने वाले डॉ. घनश्याम ने बताया कि वह लुधियाना से बी-1 कोच में सफर कर रहे थे। जब आग लगी, तो धुआं कोच में भरने लगा। ए-1 और ए-2 कोच उनके पास ही थे। उनके कोच में धुआं भरने लगा, तभी भगदड़ मच गई। घनश्याम ने बताया कि तीन यात्री वहां धुआं और घबराहट से बेहोश हो गए थे। एक लड़की थी, उसको तो उन्होंने ही उठाकर बाहर निकाला। समय रहते करीब 70 यात्रियों को अगले कोच और बाहर निकालकर सुरक्षित किया। उस समय तक वहां मदद नहीं पहुंची थी। कोच खाली कर रहे थे, तभी दमकल और रेलवे के अधिकारी पहुंचे। इसके बाद उन्होंने बचाव शुरू किया। लोगों को आग से घिरे डिब्बों से बाहर निकाला। अभी तक इस घटना में किसी भी तरह की जनहानि की सूचना नहीं है।