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प्रेम, भाईचारा और ईमानदारी के रास्ते पर चलने का नाम है इस्लाम: डॉ. एस. एम. आसिफ

दिल्ली स्थित कंस्टीटूशन क्लब में "आल इंडिया माइनॉरिटीज फ्रंट" की तरफ़ से आयोजित ईद मिलन समारोह अंतर्राष्ट्रीय उत्सव में बदल गया।

By RNI Hindi Desk 
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रिपोर्ट: ख़ुर्शीद रब्बानी

नई दिल्ली: दिल्ली स्थित कंस्टीटूशन क्लब में “आल इंडिया माइनॉरिटीज फ्रंट” की तरफ़ से आयोजित ईद मिलन समारोह अंतर्राष्ट्रीय उत्सव में बदल गया।

दरअसल, ईद मिलन समारोह में करीब 40 देशों के दूतावास के प्रतिनिधियों के साथ देश के विभिन्न धर्मों के प्रतिनिधियों, राजनेताओं, सामाजिक कार्यकर्ताओं दरगाहों के सज्जादनशीन, जाने माने पत्रकारों और सामाजिक कार्यकर्ताओं ने शिरकत की और एक दूसरे से गले मिल एक स्वर में जय हिन्द, जय हिन्द के नारे लगाए।

फ्रंट के अध्यक्ष डॉकटर एस एम आसिफ ने सलाम, नमस्ते, सतश्री अकाल, गुड इवनिंग कहते हुए मेहमानों का इस्तक़बाल किया। डॉ आसिफ ने कहा कि ईद सब्र, शांति एवं अंतराष्ट्रीय सौहार्द का त्यौहार है जो अल्लाह में यक़ीन और मानवीय मूल्यों को जीने के लिए इंसान को फ़िर से तैयार कर देता है। उन्होंने कहा कि ईद का त्यौहार पूरी दुनिया के लिए महत्व रखता है वहीं भारत के लिए महत्त्व पूर्ण है क्योंकि यह त्यौहार जहाँ दुनिया की दूसरी सबसे बड़ी आबादी और भारत में अल्पसंख्यकों की सबसे बड़ी आबादी का त्यौहार है  उन्होंने कहा कि आज का दिन अंतर्राष्ट्रीय उत्सव में बदल गया है जहाँ देश विदेश के नागरिक एक साथ गले मिल रहे हैं।

आल इंडिया माइनॉरिटीज फ्रंट की उपाध्यक्ष लुबना आसिफ ने कहा कि ईद-उल-फित्र का मतलब  है खुशियों की दावत और उसका बार-बार लौटकर आना। उन्होंने कहा कि ईद ही नहीं, इस्लाम ही नहीं बल्कि दुनिया के सभी त्योहारों में ख़ुशियों की चासनी, प्रेम की  मिठास और भाई चारे की खुशबू घुली होती है।

इस ईद मिलन समारोह में करीब 40 देशों के दूतावास के प्रतिनिधियों ने हिस्सा लिया। जिनमें बेलारूस, म्यांमार, चेक गणराज्य, फिलीपींस, गाम्बिया, भूटान, निंगरिया, ईरान, बोत्सवाना, नांबिबिया, कजाकिस्तान, पाकिस्तान, मलेशिया, रूस, बांग्लादेश, ऑस्ट्रेलिया, इस्रियल, तुर्की इत्यादि के प्रतिनिधि शामिल रहे। इनके अलावा दिल्ली सरकार के मंत्री इमरान हुसैन, आप विधायक सोमनाथ भारती, हमदर्द विश्वविद्यालय के वीसी, जामिया विश्वविद्यालय की VC, सांसद जावेद ख़ान, सांसद श्याम सिंह यादव, बहाई धर्म के प्रतिनिधि, इस्कॉन के प्रतिनिधि, अजमेर शरीफ दरगाह के गद्दी नशीन किब्रिया चिश्ती, AIUM बोर्ड के अध्यक्ष मौलाना अशरफ कछौछवी, जाने-माने सूफ़ी स्कॉलर सलमान चिश्ती, गुरुद्वारा प्रबंधक समिति के प्रमुख, स्वामी सुशील महाराज, दिल्ली अल्पसंख्यक आयोग के अध्यक्ष ज़ाकिर ख़ान, मुस्लिम राष्ट्रीय मंच के फाउंडर इंद्रेश कुमार, पूर्व केंद्रीय मंत्री शकील अहमद, परवाज़ मीडिया के डायरेक्टर शमीम ख़ान, सूफ़ी पीस फाउंडेशन के फाउंडर डॉक्टर हफ़ीज़-उर-रहमान, सहारा उर्दू अखब़ार के ग्रुप एडीटर अब्दुल माजिद निज़ामी और RNI NEWS के एडिटर ख़ुर्शीद रब्बानी ने भी शिरकत की और महमानों से मिलकर उन्हें कौमी एकता और भाईचारे का पैग़ाम दिया।

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