पाकिस्तान में सिखों के सबसे धार्मिक स्थल ननकाना साहिब में हुई हिंसा की जांच करवाने से पाकिस्तान कतरा रहा है और यही कारण है की पाकिस्तान ने शिरोमणि गुरुद्वारा प्रबंधक कमिटी (SGPC) के सदस्यों को वीजा देने से इनकार कर दिया है, दरअसल यह टीम पिछले हफ्ते गुरुद्वारे पर हुए हमले की जांच करने के लिए पाकिस्तान जाना चाहती थी।
अगर देखा जाये तो पाकिस्तान के इस निर्णय से उसका नापाक चेहरा एक बार फिर देश के सामने आ गया है।
इस पुरे मामले में SGPC के अध्यक्ष गोबिंद सिंह लोंगवाला ने बयान जारी करते हुए कहा है की पाकिस्तान ने हमारी टीम को अब तक वीजा नहीं दिया है। हमारी फैक्ट फाइंडिंग टीम गुरुद्वारा ननकाना साहिब जाना चाहती थी। हम दोबारा उनसे वीजा का आग्रह करेंगे।
आपको बता दें कि एक सिख लड़की के अपहरण के बाद पाकिस्तान में विवाद हुआ था। गुरुद्वारा ननकाना साहिब पर हुए हमले का नेतृत्व भी वही परिवार कर रहा था जिसने लड़की का अपहरण किया था। वह परिवार सिख लड़की का धर्म परिवर्तन करवना चााहता था और उसने युवती का नाम भी बदल दिया था।
इस पूरी घटना ने पाकिस्तान के उस चेहरे को बेनकाब कर दिया था जिसमे वो अक्सर यह दावे किया करता है की पाकिस्तान में गैर मुस्लिम सुरक्षित है लेकिन असलियत यह है की पाकिस्तान में अल्पसंख्यक बिल्कुल भी सुरक्षित नहीं है।