आज स्वामी विवेकानंद के जन्मदिन पर देश राष्ट्रीय युवा दिवस मना रहा है और इसी मौके पर प्रधानमंत्री मोदी जी ने उन्हें बेलूर मठ जाकर विवेकानंद को श्रद्धांजलि दी और अपने विचार व्यक्त किये है।
इस मौके पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि यह लोगों के लिए तीर्थयात्रा की तरह से है लेकिन उनके लिए ‘घर’ आने जैसा ही है.
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि बेलूर मठ से ही मुझे जनसेवा का रास्ता मिला था और अब मैं 130 करोड़ भारतीयों की सेवा का कर्तव्य निभा रहा हूं। रामकृष्ण मिशन मुझे हमेशा रास्ता दिखाता रहेगा।
पीएम मोदी ने कहा कि हममें से ज्यादातर लोग बेलूर मठ में खिंचे चले आते हैं। विवेकानंद की वाणी और उनका व्यक्ति हमें यहां तक खींचकर ले आता है। इस भूमि पर आने के बाद मां शारदा देवी का आंचल यहां बस जाने के लिए एक मां का प्यार देता है।
उन्होंने कहा की स्वामी विवेकानंद जी की वह बात हमें हमेशा याद रखनी होगी जब वह कहते थे कि ‘अगर मुझे सौ ऊर्जावान युवा मिल जाएं, तो मैं भारत को बदल दूंगा।’ यानि परिवर्तन के लिए हमारी ऊर्जा, कुछ करने का जोश ही आवश्यक है।
उन्होंने कहा की स्वामी विवेकानंद सिर्फ व्यक्ति नहीं बल्कि जीवनधारा, जीवनशैली हैं। आज युवाओं को यह मानना चाहिए कि हम कभी अकेले नहीं होते हैं। ईश्वर हमेशा हमारे साथ रहता है। इसकी सीख हमें स्वामी जी ने दी थी। इस दौरान पीएम मोदी ने संतों के साथ ध्यान भी लगाया।
प्रधानमंत्री मोदी ने बेलूर मठ के अंदर ही रात बिताई और सुबह रामकृष्ण मंदिर जाकर रामकृष्ण परमहंस को श्रद्धांजलि दी। पीएम मोदी ने कहा कि बेलूर मठ में उन्हें तमाम गुरुओं का सानिध्य मिला।