NCP chief Sharad Pawar furious over Anil Deshmukh's arrest, open threat to BJP; मनी लॉन्ड्रिंग मामले में अनिल देशमुख की गिरफ्तारी पर भड़के NCP प्रमुख शरद पवार। बीजेपी को दी खुली धमकी। कहा- चुकाने होंगे कीमत।
नई दिल्ली : महाराष्ट्र में चर्चित 100 करोड़ की वसूली मामले में अब राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (NCP) के प्रमुख शरद पवार ने बड़ा बयान दिया है। साथ ही बीजेपी को साफ तौर पर इसकी कीमत चुकाने तक चेतावनी दे डाली। पावर ने ईडी (ED), सीबीआई (CBI) को लेकर एक बार फिर केंद्र सरकार (Modi Government) पर निशाना साधा है।
शरद पवार ने कहा कि एनसीपी (NCP) हो, कांग्रेस (Congress) हो या शिवसेना (Shivsena), हमारे सहयोगियों को विभिन्न सरकारी एजेंसियों का गलत इस्तेमाल कर परेशान किया जा रहा है। उन्होंने केंद्र सरकार पर निशाना साधा। कहा- मैं ये कह रहा हूं, तुम कितने भी छापे मार लो, कितने भी अरेस्ट कर लो, हम आम लोगों को साथ में लेकर महाराष्ट्र राज्य में आपको कभी नहीं आने देंगे। आपको 100 प्रतिशत हार का सामना करना पडे़गा। मैं कह रहा हूं, तुमने अनिल देशमुख (Anil Deshmukh) को जेल में डाला, उनके हर दिन और हर घंटे की कीमत, आज नहीं तो कल जरूर वसूल होगी।
उन्होंने कहा कि वर्तमान में बदले की राजनीति की जा रही है। सत्ता का इस्तेमाल सम्मान के साथ करना पड़ता है, लेकिन इन लोगों के पैर जमीन पर नहीं हैं और सत्ता सिर चढ़ कर बोल रही है। ये जो कुछ हो रहा है, ये उसी का नतीजा है। पवार ने आगे कहा- अनिल देशमुख का ही मामला देख लीजिए। जिस अधिकारी (पूर्व मुंबई पुलिस कमिश्नर परमबीर सिंह) ने आरोप लगाए थे, वह भगोड़ा घोषित कर दिया गया। कहां गायब है- पता नहीं… कौन से देश में है, मालूम नहीं, समन है पर हाजिर नहीं हो रहा। आपने (बीजेपी) अनिल देशमुख जेल के अंदर डाल दिया है। आपने जो कुछ भी किया है, उसकी आपको कीमत चुकानी होगी। पवार ने कहा कि इस सबका मुख्य कारण है केंद्र की सत्ता का दुरुपयोग, कुछ लोगों ने धंधा बना लिया है। उन्होंने पूर्व मुख्यमंत्री और भाजपा नेता देवेंद्र फडणवीस (Devendra Fadnavis) का नाम लिए बिना उन पर निशाना साधा और कहा- सत्ता हाथ से चले जाने से कुछ लोग अस्वस्थ्य हैं। हर रोज केंद्र को लिस्ट भेजते हैं और मांग करते है इनकी जांच करो।
हाथ से सत्ता निकली तो बर्दाश्त नहीं कर पा रही भाजपा
पवार ने कहा कि एकनाथ खड़से भाजपा में थे, वे जब एनसीपी में शामिल हुए तो उनकी पत्नी को ईडी ने बुला लिया। फिर केस दर्ज किए गए। ये लोग शिवसेना के संजय राउत के खिलाफ कुछ नहीं कर पाए तो उनकी पत्नी को बुलाया। बयान लिया और परेशान किया। अजीत पवार के खिलाफ कुछ नहीं कर पाए। इसके बाद राज्य सरकार को अस्थिर करने की कोशिश की गई। अल्पसंख्यक समाज के मंत्री हसन मुश्रिफ के घर भी छापे मारे, लेकिन कुछ नहीं मिला। ऐसे कितने उदाहरण मैं आपको बताऊं, महाराष्ट्र सरकार अपने हाथों से निकल गई- यह उन्हें (भाजपा) बर्दाश्त नहीं हो रहा है। आपको बता दें कि पवार ने ये बातें नागपुर (Nagpur) में एनसीपी कार्यकर्ताओं को संबोधित करने के दौरान दिया था।
मनी लॉण्ड्रिंग मामले में अनिल देशमुख की गिरफ्तारी
गौरतलब है कि महाराष्ट्र के पूर्व गृह मंत्री अनिल देशमुख को 100 करोड़ रुपए वसूली मामले में ईडी ने गिरफ्तारी किया है। उन पर महाराष्ट्र के पूर्व पुलिस कमिश्नर परमबीर सिंह (Former Mumbai Police Commissioner Param Bir Singh) ने राज्य में वसूली कराए जाने के आरोप लगाए थे। मामले में ईडी ने जांच के बाद देशमुख की गिरफ्तारी की थी। इस समय वह जेल में हैं। जबकि आरोप लगाने वाले परमबीर सिंह गायब हैं। मुंबई की एक मजिस्ट्रेटी अदालत ने परमबीर को उनके और अन्य पुलिस अधिकारियों के खिलाफ दर्ज वसूली के एक मामले में बुधवार को ‘भगोड़ा’ घोषित किया। मामले की जांच कर रही मुंबई पुलिस की अपराध शाखा ने यह कहते हुए भारतीय पुलिस सेवा (आईपीएस) के अधिकारी सिंह को ‘भगोड़ा’ घोषित किए जाने को कहा था कि उनके खिलाफ गैर-जमानती वारंट जारी होने के बाद भी उनका पता नहीं लगाया जा सका है।