अफगानिस्तान पर तालिबान के एक तिहाई कब्जे के बाद से तालिबान लगातार अफगान में शांति की दावे कर रहा है। महिलाओं को स्वतंत्रता देने की बात कर रहा है। पत्रकारों की स्वतंत्रता देने का बात कर रहा है। लेकिन कहा जाता है न कि हाथी के दांत दिखाने के कुछ और होते है और खाने के कुछ और। ऐसा ही कुछ हाल तालिबान का है।
नई दिल्ली : अफगानिस्तान पर तालिबान के एक तिहाई कब्जे के बाद से तालिबान लगातार अफगान में शांति की दावे कर रहा है। महिलाओं को स्वतंत्रता देने की बात कर रहा है। पत्रकारों की स्वतंत्रता देने का बात कर रहा है। लेकिन कहा जाता है न कि हाथी के दांत दिखाने के कुछ और होते है और खाने के कुछ और। ऐसा ही कुछ हाल तालिबान का है।
आपको बता दें कि तालिबान अफगानिस्तान नागरिकों के दिलों से अपने खौफ़ को मिटाने के लिए बंदूकों के दम पर अपनी तारीफ करवा रहा है और लोगों को किसी तरह से न डरने का वादा कर रहा है। दरअसल इन दिनों सोशल मीडिया में एक वीडियो तेजी से वायरल हो रहा है। इस वीडियो में एक टीवी पत्रकार से जबरन तालिबान की तारीफ करवाई जा रही है।
This is surreal. Taliban militants are posing behind this visibly petrified TV host with guns and making him to say that people of #Afghanistan shouldn’t be scared of the Islamic Emirate. Taliban itself is synonymous with fear in the minds of millions. This is just another proof. pic.twitter.com/3lIAdhWC4Q
— Masih Alinejad 🏳️ (@AlinejadMasih) August 29, 2021
डरो मत! ये अफगानिस्तान में एक भयभीत न्यूज एंकर के शब्द थे। टीवी पत्रकार के पीछे स्टूडियो में हथियारबंद लोग खड़े थे। इस घटना का वीडियो वायरल हो गया है और तालिबान के स्वतंत्र प्रेस के वादे पर सवाल उठाए जा रहे हैं।
15 अगस्त को तालिबान द्वारा अफगानिस्तान पर कब्जा करने के बाद से पत्रकारों को निशाना बनाए जाने की खबरें सामने आई हैं। यह तब भी आया है जब तालिबान ने कहा था कि वे देश में स्वतंत्र प्रेस को संचालित करने की अनुमति देंगे।
एक पत्रकार मसील अलिनेजाब ने वीडिय़ो ट्वीट करते हुए लिखा है, ‘यह अतियथार्थवादी है। तालिबानी आतंकवादी इस डरपोक टीवी होस्ट के पीछे बंदूकों के साथ पोज दे रहे हैं और उससे कह रहे हैं कि अफगानिस्तान के लोगों को इस्लामिक अमीरात से डरना नहीं चाहिए। तालिबान ही लाखों लोगों के मन में डर का पर्याय है। यह सिर्फ एक और सबूत है।’
आपको बता दें कि अफगानिस्तान पर तालिबान के कब्जे के बाद अफगान लगातार हिंसा की आग में समाता जा रहा है, जिससे चारों तरफ चीख, पुकार और गोलियों की आवाज गूंज रही है।