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पेटीएम से मिली झटके के बाद कई IPO पर पड़ सकता है असर, कई सारे स्टार्टअप की थी इश्यू लाने की तैयारी

After the shock from Paytm, many IPOs may be affected, many startups were preparing to bring the issue; पेटीएम ने निवेशकों की टेंशन बढ़ायी। 38 हजार करोड़ रुपए का नुकसान।

By RNI Hindi Desk 
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नई दिल्ली :  शेयर बाजार में पेटीएम से मिली झटके बाद आईपीओ से कमाई करने वाले निवेशकों की टेंशन बढ़ा दी है। ऐसे में देश के सबसे बड़े IPO की लिस्टिंग के समय विफलता का असर आने वाले इश्यू पर पड़ सकता है। इस वजह से कई स्टार्टअप कंपनियों को अपने इश्यू को टालना पड़ सकता है। दरअसल, पेटीएम साल के सबसे बड़े इनीशियल पब्लिक ऑफरिंग यानी आईपीओ के तौर पर देखा जा रहा था। हालांकि, जब आईपीओ लॉन्च हुआ तो डिमांड उम्मीद के मुताबिक नहीं रही। वहीं, जिन निवेशकों को पेटीएम का आईपीओ अलॉट हुआ, उन्हें शेयर बाजार में लिस्टिंग के पहले दिन ही 38 हजार करोड़ रुपए का नुकसान हो चुका है।

इस साल में देश में 37 कंपनियां यूनिकॉर्न बनी हैं। यानी इनका वैल्यूएशन एक अरब डॉलर से ज्यादा का है। इस साल में तमाम कंपनियां एक के बाद एक लिस्ट हुई हैं। इसमें कई सारी कंपनियों के शेयर्स का भाव दोगुना या फिर तीन गुना तक बढ़ा है।

बाजार के एक्सपर्ट कहते हैं कि किसी स्टार्टअप की लिस्टिंग के लिए कुछ स्पष्टता होनी जरूरी है। क्योंकि वैल्यू का निर्माण जमीनी आधार पर होता है। यह बिजनेस मॉडल पर होता है। कुछ स्टार्टअप इसे लिस्टिंग के वैल्यूएशन के रूप में मानते हैं। यही तरीका गलत होता है। पेटीएम से पहले नायका, पॉलिसी बाजार और जोमैटो ने हालांकि अच्छा प्रदर्शन किया। इन तीनों ने सब्सक्रिप्शन और लिस्टिंग और उसके बाद शेयर्स के रिटर्न में अच्छा फायदा दिया।

नायका ने लिस्टिंग पर 78%, का फायदा दिया

जोमैटो ने लिस्टिंग पर 52%, पॉलिसी बाजार ने 17%, नायका ने 78%, नजारा टेक ने 43% का फायदा निवेशकों को दिया। जबकि फ्रेशवर्क अमेरिकी बाजार में लिस्ट हुई और इसने 21% का फायदा दिया। स्टार्टअप में पेटीएम का इश्यू ग्लोबल लेवल पर चौथा सबसे बड़ा इश्यू था। जबकि भारत में यह सबसे बड़ा इश्यू अब तक का है।

भविष्य में फायदा नहीं कमाएगी पेटीएम

पेटीएम ने सेबी के पास जो अर्जी जमा कराई थी, उसके मुताबिक यह भविष्य में भी फायदा में आएगी, इसकी गारंटी नहीं है। कंपनी यह बताने में विफल रही कि वह कब फायदा कमाएगी। इसका 20 अरब डॉलर का वैल्यूएशन भी गलत साबित हुआ। लिस्टिंग के बाद इसका वैल्यूएशन 13 अरब डॉलर रहा, जो कि 2019 में 16 अरब डॉलर था और इसी आधार पर 2019 में इसने एक अरब डॉलर की रकम जुटाई थी।

डेलहीवरी, फार्मइजी भी सहित कई तैयारी में

अभी जो स्टार्टअप IPO लाने की तैयारी कर रहे हैं, उसमें डेलहीवरी, फार्मइजी और अन्य हैं। यह दोनों इसी वित्तवर्ष में आएंगे। जबकि ओला और ओयो भी इश्यू लाने की तैयारी कर रही हैं। पेटीएम का इश्यू शुरू से ही बहुत निराशाजनक रहा। पहले दिन इसे केवल 17%रिस्पांस मिला था जबकि दूसरे दिन तक 37% का रिस्पांस मिला था। अंतिम यानी तीसरे दिन यह महज 1.89 गुना ही भर पाया था। 18,300 करोड़ रुपए का यह IPO हाल के समय में सबसे खराब रिस्पांस पाने वाला रहा।

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