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उत्तराखंड में बर्फबारी के बीच 9 ट्रेकर्स सहित 3 कुली की मौत, बचाव में लगी SRDF की टीम

एसडीआरएफ के डीआईजी रिधिम अग्रवाल ने बताया कि 8 ट्रेकर्स, 1 कुक और 2 गाइड सहित 11 सदस्यीय समूह 14 अक्टूबर को उत्तराखंड के हर्षिल से हिमाचल प्रदेश के छठकुल के लिये रवाना हुऐ थे लेकिन 17 अक्टूबर को मौसम खराब होने के बाद उनका संपर्क टूट गया। अधिकारी ने कहा कि उनमें से पांच के शव देखे गए हैं। हमारी टीम जीवित बचे लोगों की तलाश कर रही है।“ जिस स्थान पर यह घटना हुई वह समुद्र तल से करीब 20,000 फीट की ऊंचाई पर है।

By RNI Hindi Desk 
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रिर्पोट: अनुष्का सिंह 

नई दिल्ली : उत्तराखंड के हिमालय में तीन अलग-अलग घटनाओं में कम से कम 9 ट्रेकर्स और 3 कुली की मौत हो गई है। आपको बता दें कि राज्य प्रतिक्रिया आपदा बल के बचाव दल ने गुरुवार को पश्चिम बंगाल के 5 ट्रेकर्स के शव देखें, जबकि 1 ट्रेकर को बचाया गया। जिसे सेना के अस्पताल में भर्ती कराया गया।

एसडीआरएफ के डीआईजी रिधिम अग्रवाल ने बताया कि 8 ट्रेकर्स, 1 कुक और 2 गाइड सहित 11 सदस्यीय समूह 14 अक्टूबर को उत्तराखंड के हर्षिल से हिमाचल प्रदेश के छठकुल के लिये रवाना हुऐ थे लेकिन 17 अक्टूबर को मौसम खराब होने के बाद उनका संपर्क टूट गया। अधिकारी ने कहा कि उनमें से पांच के शव देखे गए हैं। हमारी टीम जीवित बचे लोगों की तलाश कर रही है।“ जिस स्थान पर यह घटना हुई वह समुद्र तल से करीब 20,000 फीट की ऊंचाई पर है।

आपको बता दें कि ऐसी ही एक घटना मे यात्रा का आयोजन करने वाली उत्तरकाशी स्थित टूर एजेंसी ने अधिकारियों से संपर्क किया और फिर बचाव दल हरकत में आए। दूसरी घटना में, भारत तिब्बत सीमा पुलिस  की गश्ती टीम के साथ आए जहां 3 कुली बर्फ से ढके पहाड़ों में मृत पाए गए हैं।

साथ ही कुछ लोगो के ऊपरी इलाकों में फंसे रहने की खबर आई है। जिनकी संख्या 34 बताई जा रही है। एक आधिकारिक नोट में कहा गया है कि कुमाऊं क्षेत्र के बागेश्वर जिले में एक घटना में 24 घरेलू ट्रेकर्स, 6 विदेशी नागरिकों और 30 स्थानीय ग्रामीणों सहित कुल 60 लोग पिंडारी ग्लेशियर ट्रेक मार्ग के आसपास खराब मौसम के बीच फंस गए। आधिकारिक नोट में कहा गया है, “4 ट्रेकर्स की मौत हो गई है जबकि 2 अन्य लापता हैं।” वन और राजस्व विभागों की एक संयुक्त टीम पहले से ही अन्य लोगों को बचाने के लिए मौके पर है, जबकि राष्ट्रीय आपदा राहत बल (एनडीआरएफ) की एक टीम रास्ते में है।

इसके अलावा, कई पर्यटक कुमाऊं क्षेत्र के पर्यटन स्थलों पर फंसे हुए हैं। सेना के चिनूक हेलीकॉप्टर ने पिथौरागढ़ जिले के कैलाश मानसरोवर के रास्ते में एक छोटे से स्टॉपओवर गुंजी से 11 पर्यटकों सहित 30 लोगों को एयरलिफ्ट किया। इस बीच जिले में ठंड से महाराष्ट्र के एक पर्यटक की मौत हो गई। कुछ अन्य जगहों पर भी पर्यटक सड़क मार्ग के साफ होने का इंतजार कर रहे हैं क्योंकि कुछ हिस्से बह गए हैं।

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