राजस्थान में नए जिलों पर उठे विवाद को लेकर मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने आज जयपुर जिले के कांग्रेस विधायकों और मंत्रियों के साथ बैठक की। बता दें कि दूदू जिले में जयपुर के आसपास का कोई क्षेत्र शामिल होने को तैयार नहीं है। मुख्यमंत्री के साथ बैठक में जयपुर जिले के विधायकों और मंत्रियों ने सुझाव दिया कि जयपुर देहात के नाम पर उन्हें आपत्ति नहीं होगी। बताया जा रहा है कि गहलोत ने दूदू जिले का नाम जयपुर देहात करने के फॉर्मूले पर अपनी सहमति दे दी है।
जयपुरः राजस्थान में नए जिलों पर उठे विवाद को लेकर मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने आज जयपुर जिले के कांग्रेस विधायकों और मंत्रियों के साथ सीएम हाउस में लंबी बैठक की। बता दें कि दूदू जिले में जयपुर के आसपास का कोई क्षेत्र शामिल होने को तैयार नहीं है। मुख्यमंत्री के साथ बैठक में जयपुर जिले के विधायकों और मंत्रियों ने सुझाव दिया कि जयपुर देहात के नाम पर उन्हें आपत्ति नहीं होगी। बताया जा रहा है कि गहलोत ने दूदू जिले का नाम जयपुर देहात करने के फॉर्मूले पर अपनी सहमति दे दी है। इसके बारे में अंतिम फैसला जल्द होने की उम्मीद जताई जा रही है। दूदू जिले में सांभर, फुलेरा और जोबनेर को शामिल करने का विरोध बढ़ने के बाद 25 जून को भारी बवाल हो गया था। पुलिस ने प्रदर्शनकारियों पर लाठीचार्ज किया था। इस बवाल के बाद सीएम ने जयपुर जिले के विधायकों को सीएम हाउस बुलाया। बैठक में गहलोत ने यह आश्वासन दिया कि जबरदस्ती किसी क्षेत्र को दूदू जिले में शामिल नहीं किया जाएगा। इसमें लोगों की भावनाओं का सम्मान होगा। बैठक में दूदू जिले को लेकर उठे विवाद पर मंत्री और विधायकों ने सीएम से खुलकर बातचीत की। उन्होंने बताया कि इस मामले में जनभावना पूरी तरह खिलाफ है। बगरू, जोबनेर, फुलेरा, सांभर क्षेत्र के लोग दूदू में जाने को तैयार नहीं हैं। बैठक में कृषि मंत्री लालचंद कटारिया ने बैठक में कहा कि जोबनेर से लेकर आसपास के लोग जयपुर से अलग नहीं होना चाहते हैं। यहां के लोग जयपुर जिले में ही रहना चाहते हैं। इसलिए हमें जबरदस्ती नहीं करनी चाहिए। सांभर-फुलेरा की जिले की मांग भी पुरानी है, इन लोगों की बात सुनने की जगह दूदू में जबरदस्ती शामिल करने से आक्रोश है। इस मामले को जल्द नहीं सुलझाया तो नुकसान होगा। बैठक में जयपुर शहर के विधायकों ने एक सुर में सीएम से कहा कि राजधानी के टुकड़े नहीं होने चाहिए। इस मौके पर राज्य के खाद्य एवं नागरिक आपूर्ति मंत्री प्रताप सिंह खाचरियावास, चाकसू विधायक वेद प्रकाश सोलंकी समेत बाकी विधायकों ने भी अपनी बात रखी।
बता दें कि बीते दिन सांभर-फुलेरा को जिला बनाने की मांग को लेकर लोगों ने अजमेर हाईवे पर जाम लगा दिया था। पुलिस के पहुंचने पर प्रदर्शन कर रहे लोगों ने पथराव कर दिया था। पुलिस ने भीड़ को खदेड़ने के लिए लाठीचार्ज किया और आंसू गैस के गोले दागे। लाठीचार्ज में 24 लोग घायल हो गए। वहीं 50 लोगों को हिरासत में लिया गया था।