1. हिन्दी समाचार
  2. केंद्र सरकार
  3. NDA की बैठक में मिले चाचा-भतीजे के दिल, चिराग को पीएम मोदी ने भी लगाया गले

NDA की बैठक में मिले चाचा-भतीजे के दिल, चिराग को पीएम मोदी ने भी लगाया गले

राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन की बैठक में 39 दल शामिल हुए। जिसमें प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में आगामी लोकसभा चुनाव लड़ने का संकल्प लिया। वहीं एनडीए की बैठक में लोक जनशक्ति पार्टी के दोनों धड़ों के बीच दूरियां कम होते दिखाई दी। बैठक के दौरान जब चिराग पासवान ने चाचा पारस को देखा तो तुरंत उनके पैर छू लिए। वहीं, चाचा ने भी अपने भतीजे को गले लगा लिया। यह नजारा देख रहे सभी नेताओं के चेहरो पर भी खुशी दिखाई दी। इस दौरान चिराग पासवान ने चाचा का ही नहीं बल्कि पीएम मोदी का भी दिल जीता और पीएम मोदी ने भी उन्हें तुरंत गले लगा लिया।

By RNI Hindi Desk 
Updated Date

नई दिल्लीः बीते देर शाम हुई राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन की बैठक में 39 दल बैठक में शामिल हुए। जिसमें प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में आगामी लोकसभा चुनाव लड़ने का संकल्प लिया। बता दें कि बेंगलुरु में विपक्ष ने बैठक कर अगले साल होने वाले लोकसभा चुनाव का एजेंडा तय किया तो दूसरी तरफ 39 दलों के साथ एनडीए ने भी विपक्ष को टक्कर देने का संदेश दिया है। वहीं एनडीए की बैठक में लोक जनशक्ति पार्टी के दोनों धड़ों के बीच दूरियां कम होते दिखाई दी। दरअसल लोजपा के दोनों धड़े बैठक में शामिल हुए थे। बैठक के दौरान जब चिराग पासवान ने चाचा पारस को देखा तो तुरंत उनके पैर छू लिए। वहीं, चाचा ने भी अपने भतीजे को गले लगा लिया। यह नजारा देख रहे सभी नेताओं के चेहरो पर भी खुशी दिखाई दी। इस दौरान चिराग पासवान ने चाचा का ही नहीं बल्कि पीएम मोदी का भी दिल जीता और पीएम मोदी ने भी उन्हें गले लगाया। इसका वीडियो चिराग ने खुद ट्वीटर पर शेयर किया है।

हालांकि, चिराग पासवान ने मंगलवार को हाजीपुर पर अपना दावा जताया। साथ ही अपने चाचा के बयान पर कहा कि हाजीपुर मेरे पिता राम विलास पासवान का गढ़ है और जिम्मेदारी संभालना मेरा कर्तव्य है। इस पर चिराग पासवान पर पलटवार करते हुए पशुपति पारस ने भी इस सीट पर अपना दावा किया। इससे पहले भी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की सरकार के मंत्री पारस अपने भतीजे पर कई तंज कस चुके हैं। उन्होंने सवाल उठाया था कि ऐसा क्या था कि जब आपके पिता जीवित थे, तो आपको जमुई से चुनाव लड़ने के लिए कहा गया था, हाजीपुर से नहीं।

बता दें, एनडीए की बैठक शुरू होने से पहले पारस के नेतृत्व वाले गुट ने कहा था कि एनडीए में चिराग पासवान के प्रवेश का विरोध नहीं करेंगे, लेकिन वे उनका स्वागत भी नहीं करेंगे। हालांकि, अब पासवान ने सुलह पर जोर दिया है। उन्होंने कहा कि वे दोनों अब एनडीए का हिस्सा हैं और उन्हें अब आने वाले चुनाव जीतने पर ध्यान केंद्रित करना चाहिए। अपने चाचा के साथ सुलह की संभावना के बारे में पूछे जाने पर चिराग पासवान ने कहा कि पशुपति पारस उनके लिए पिता की तरह हैं। लेकिन चिराग ने चाचा पारस की टिप्पणियों का उल्लेख करते हुए कहा कि इससे उन्हें दुख हुआ है।

सीनियर जर्नलिस्ट प्रताप राव की कलम से

इन टॉपिक्स पर और पढ़ें:
Hindi News से जुड़े अन्य अपडेट लगातार हासिल करने के लिए हमें फेसबुक, यूट्यूब और ट्विटर पर फॉलो करे...