आज कल देखने में आ रहा है की युवा युवक युवतियों को कील मुंहासे की समस्या घेरती जा रही है और उसका सबसे बड़ा कारण है अनियंत्रित खान पान। दरअसल युवावस्था में शरीर में शारीरिक बदलाव होते है और हार्मोनल बदलाव होने से ये समस्या आती है लेकिन संतुलित खान पान और योग से यह समस्या दूर की जा सकती है।
कील-मुंहासों के निकलने का समय 13-14 वर्ष की आयु से लेकर 20-22 वर्ष तक माना जाता है तो ऐसे में आज इस लेख में हम आपको स्वामी रामदेव के ऐसे नुस्खे बताने वाले है जिनकी मदद से आप इस समस्या से छुटकारा पा सकते है। स्वामी रामदेव कहते है की जिन युवाओं को यह समस्या आती है उन्हें अधिक से अधिक पानी का सेवन करना चाहिए।
आपको कोशिश करनी है की आप अधिक से अधिक हरी सब्जी का इस्तेमाल करे और लौकी का रस पीये वही आंवले का सेवन भी शरीर में फायदा देता है। इससे पिम्पल्स नहीं होते है। स्वामी जी आगे कहते है की जितने भी गर्म मसाले और गर्म तासीर के भोजन से पिम्पल्स बढ़ जाते है तो ऐसे में फ़ास्ट फ़ूड और अधिक तले मसाले वाले भोजन का सेवन नहीं करे।
ज्यादा गर्म और ज्यादा मीठा खाना भी पिम्पल्स को बढ़ा देता है तो ऐसे में इनके अधिक सेवन से आपको बचना चाहिए। स्वामी जी कहते है की अगर कल मुंहासे की समस्या अधिक हो जाए तो रोज़ सुबह नीम की चार पांच नरम पत्ती चबा चबा कर खाये। इससे आपको आराम मिलेगा। एलोवेरा का ऱस खूब पीना चाहिए वही जैल भी लगाए। इससे चेहरा चमक उठेगा। ताजा खीरे को काटकर कुछ देर चेहरे पर लगाए। उसकी तासीर ठंडी होती है तो वो आराम करता है।
अगर प्राणायाम की बात करे तो कपालभाति और अनुलोम विलोम करना चाहिए। इसका कारण यह है की त्वचा संबंधी रोगों का सीधा संबंध आपके लीवर से होता है वही ये दोनों व्यायाम आपके लीवर और फेंफड़े के लिए बहुत अच्छे रहते है। इसलिए अगर आप यह प्राणायाम करेंगे तो कील मुंहासे जैसी समस्या जड़ से खत्म होते देर नहीं लगेगी।