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2000 के नोट बंद करने के फैसले पर एकमत नहीं विपक्ष, चंद्रबाबू नायडू ने किया फैसले का समर्थन

2000 रुपये के नोट बंद होने की रिजर्व बैक की घोषणा के बाद अब इस पर राजनीति शुरू हो गई है। इस फैसले के सामने आने के बाद विपक्षी दल सरकार पर जोरदार हमला बोल रहे हैं। लेकिन पूरा विपक्ष इस फैसले पर एकमत नहीं है। तमाम विपक्षी दल 2000 के नोटों के बंद होने पर मोदी सरकार पर लगातार हमला कर रहे हैं, वहीं आंध्र प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री और TDP नेता चंद्रबाबू नायडू ने इस फैसले का समर्थन किया है।

By RNI Hindi Desk 
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नई दिल्ली: 2000 रुपये के नोट बंद होने की रिजर्व बैक की घोषणा के बाद अब इस पर राजनीति शुरू हो गई है। इस फैसले के सामने आने के बाद विपक्षी दल सरकार पर जोरदार हमला बोल रहे हैं। लेकिन पूरा विपक्ष इस फैसले पर एकमत नहीं है। तमाम विपक्षी दल 2000 के नोटों के बंद होने पर मोदी सरकार पर लगातार हमला कर रहे हैं, वहीं आंध्र प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री और TDP नेता चंद्रबाबू नायडू ने इस फैसले का समर्थन किया है। 2000 रुपये के नोट को बंद करने के फैसले का समर्थन करते हुए नायडू ने कहा कि इस फैसले से भ्रष्टाचार पर लगाम लगेगी। बता दें कि RBI ने 2000 रुपये के नोट को चलन से बाहर करने की शुक्रवार को घोषणा की थी। हालांकि इन नोटों को बैंकों में जाकर 30 सितंबर तक जमा किए जा सकेंगे या फिर बदले जा सकेंगे।

रिजर्व बैंक ने बीते शाम को जारी एक बयान में कहा कि अभी चलन में मौजूद 2000 रुपये के नोट 30 सितंबर तक वैध मुद्रा बने रहेंगे। इसके साथ ही RBI ने बैंकों से 2,000 रुपये का नोट देने पर तत्काल प्रभाव से रोक लगाने को कहा है। साथ ही बैंकों से 30 सितंबर तक ये नोट जमा करने और बदलने की सुविधा देने को कहा है। रिजर्व बैंक ने कहा कि बैंकों में जाकर 23 मई से 30 सितंबर तक 2000 रुपये के नोट बदले एवं जमा किए जा सकेंगे। हालांकि एक बार में सिर्फ 20,000 रुपये मूल्य के नोट ही बदले जाएंगे। RBI ने एक बार में अधिकतम 10 नोट बदले जाने की बात कही है।

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