प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने देश के 77वें स्वतंत्रता दिवस पर लाल किले पर तिरंगा फहराया। प्रधानमंत्री ने लाल किले पर 10वीं बार झंडा फहराने के बाद अपने संबोधन में देशवासियों को बधाई दी। PM ने मणिपुर हिंसा, रिफॉर्म्स पर बात की। साथ ही अपनी सरकार के काम का 10 साल का हिसाब दिया। उन्होंने कहा कि 2014 में और 2019 में आपने मजबूत सरकार फॉर्म की, तो मोदी में रिफॉर्म करने की हिम्मत आई। तब मेरे नौकरशाही के लाखों लोगों ने परफॉर्म करने वाली जिम्मेदारी बखूबी निभाई, अब जनता ट्रांसफॉर्म करती दिख रही है। रिफॉर्म, परफॉर्म और ट्रांसफॉर्म की ताकत नजर आ रही है।
नई दिल्लीः प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने देश के 77वें स्वतंत्रता दिवस पर लाल किले पर तिरंगा फहराया। प्रधानमंत्री ने लाल किले पर 10वीं बार झंडा फहराने के बाद अपने संबोधन में देशवासियों को बधाई दी। PM ने मणिपुर हिंसा, रिफॉर्म्स पर बात की। साथ ही अपनी सरकार के काम का 10 साल का हिसाब दिया। उन्होंने राजनीति से तीन बुराइयों परिवारवाद, भ्रष्टाचार और तुष्टिकरण से मुक्ति की अपील भी की।
इस दौरान उन्होंने 90 मिनट यानी डेढ घंटे का भाषण दिया। PM ने लोगों से आशीर्वाद मांगते हुए कहा कि ‘2047 में देश जब स्वतंत्रता के 100 साल का जश्न मनाए तो हमारे देश का तिरंगा दुनिया में विकसित देश की पहचान के साथ लहराए। इसके लिए आने वाले 5 साल को उन्होंने महत्वपूर्ण बताया और दावा किया कि लाल किले पर 2024 में वे ही तिरंगा फहराएंगे।
इस दौरान पीएम मोदी ने देशवासियों को 3 गारंटी भी दी। पहली गारंटी 5 साल में भारत को दुनिया की तीसरी सबसे बड़ी आर्थिक शक्ति बनेगा। दूसरी गारंटी शहरों में किराए के मकानों में रहने वालों को बैंक लोन में रियायत मिलेगी। तीसरी गारंटी देशभर में 25 हजार जन औषधि केंद्र खोले जाएंगे। साथ ही उन्होंने 17 सितंबर को विश्वकर्मा योजना शुरू करने का ऐलान भी किया। इसके अलावा PM ने मणिपुर का जिक्र करते हुए कहा कि मणिपुर में जो हिंसा का दौर चला, कई लोगों को अपना जीवन खोना पड़ा। मां-बेटियों के सम्मान के साथ खिलवाड़ हुआ। पिछले कुछ दिनों से शांति की खबरें आ रही हैं। देश मणिपुर के लोगों के साथ हैं। उन्होंने अपील की है कि पिछले कुछ दिनों से जो शांति बना रखी है, वहीं रास्ता अपनाएं। देश आपके साथ है। राज्य और केंद्र मिलकर उन समस्याओं के समाधान के लिए भरपूर प्रयास करते रहेंगे। प्रधानमंत्री ने इशारों में विपक्ष पर निशाना साधते हुए कहा कि वर्ष 2047 तक देश को विकसित राष्ट्र बनाने की राह में अगर कुछ रुकावटें हैं, तो ये विकृतियां ही हैं। उन्होंने कहा कि पिछले 75 सालों में कुछ विकृतियां ऐसे घर कर गई हैं, हमारी सामाजिक व्यवस्था का ऐसा हिस्सा बन गई हैं कि कभी-कभी तो हम आंख भी बंद कर लेते हैं। लेकिन अब आंखें बंद करने का समय नहीं है। संकल्पों को सिद्ध करना है तो हमें आंख-मिचौली खत्म करके, आंख में आंख डालकर तीन बुराइयों से लड़ना है।
प्रधानमंत्री ने कहा कि यह काम करने वाली सरकार है। यह नया भारत है, जो आत्मविश्वास से भरा हुआ है। यह संकल्पों को चरितार्थ करने वाला भारत है। यह भारत न रुकता है, न थकता है, न हांफता है, न ही हारता है। उन्होंने कहा कि 2014 में और 2019 में आपने मजबूत सरकार फॉर्म की, तो मोदी में रिफॉर्म करने की हिम्मत आई। तब मेरे नौकरशाही के लाखों लोगों ने परफॉर्म करने वाली जिम्मेदारी बखूबी निभाई, अब जनता ट्रांसफॉर्म करती दिख रही है। रिफॉर्म, परफॉर्म और ट्रांसफॉर्म की ताकत नजर आ रही है। इससे आने वाले हजार सालों की नींव मजबूत हो रही है।