बवासीर एक ऐसी समस्या है जो आज कल के लोगों में आम हो गयी है और इसका सबसे बड़ा कारण है अनियमित खान पान और आधुनिक जीवन शैली। इस बीमारी का सबसे बड़ा कारण मनुष्य के पेट और लीवर का ख़राब होना है। बवासीर का एक प्रमुख कारण कब्ज है।
अगर इसका सही समय पर इलाज़ नहीं किया जाए तो आगे जाकर बहुत बड़ी समस्या आ सकती है। इस बीमारी में गुदा के अंदरूनी हिस्से में या बाहर के हिस्से में कुछ मस्से जैसे बन जाते हैं, जिनमें से कई बार खून निकलता है और दर्द भी होता है तो आज हम स्वामी रामदेव से जानेंगे की कैसे इस बीमारी से आप अपने आप को बचा सकते है –
स्वामी जी कहते है पाइल्स की समस्या बड़ी पीड़ा दायक होती है। कई बार लोग इसका ऑपरेशन करवाते है लेकिन उसके बाद भी यह समस्या उभर जाती है। ऐसे में मनुष्य को कपालभाति प्राणायाम करना चाहिए। इसे रोज़ आधे घण्टे तक करने से ब्लड सर्कुलेशन ठीक होता है।
आपको अगर यह समस्या है तो एक कप ताजा गाय के ठन्डे दूध में एक नींबू का रस मिलाकर पियें, दूध को गर्म नहीं करना है ये ताजा ही होना चाहिए। ऐसा प्रयोंग करने से तीन दिन के अंदर आराम मिलने लगता है। एक चने के बराबर कपूर को केले के अंदर डालकर खाने से इसमें आराम मिलता है। नागदोन के पत्ते भी खाने से यह ठीक होता है।
पेट ख़राब रहे तो भी इस रोग की संभावना होती है ऐसे में 100 ग्राम हरड़ सुबह शाम छाछ के साथ लेना लाभप्रद रहता है। स्वामी जी कहते है की पाइल्स में नियमित रूप से छाछ का सेवन करें और आंवला एलोवेरा के रस रोज़ पीये। इससे लीवर के विकार दूर होते है। \
स्वामी जी यह भी कहते है की तली भुनी चीज़ों से बचे और हरी सब्जियों का सेवन अधिक से अधिक करे। सुबह सुबह पानी पीये और बैंगन, गर्म मसाले, मिर्च आचार का सेवन छोड़ देना चाहिए। तो ये थे कुछ उपाय जिनको आजमा कर आप अपनी पाइल्स की समस्या का निदान कर सकते है।