इस वक़्त देश में कोरोना वायरस का कहर जारी है और इसके लक्षण कुछ कुछ निमोनिया जैसे ही है, कहा यह भी जा रहा है की यह निमोनिया का ही विस्तार है और कोरोना और निमोनिया दोनों ही बच्चों के लिए बड़ी कठिन बीमारी है तो आइये जानते है स्वामी रामदेव से की कैसे आप अपने बच्चे को निमोनिया से बचा सकते है।
निमोनिया में बच्चे को तेज बुखार,सांस लेने में तकलीफ और खांसी होती है, स्वामी रामदेव कहते है की तेज़ बुखार से पसली क्षतिग्रस्त हो जाती है। ऐसी कंडीशन में आप अपने बच्चों को अदरक और तुलसी के पत्तों का रस थोड़े से शहद के साथ दे तो यह बच्चे को आराम देगा। इसके अलावा हल्दी को गुनगुने पानी में मिलाएं और बच्चे के छाती पर लगा दें।
तुलसी के पत्तो में एंटी बायोटिक गुण होते है जिससे बलगम और खांसी में फायदा होता है। स्वामी जी कहते है की इस बीमारी में बच्चों को दिव्य धारा दे वही पतंजलि बाम का भी अच्छा असर देखा गया है। 5-6 लौंग और काली मिर्च लें और एक गिलास पानी में 1 ग्राम सोडा लेकर इन्हें उबाल लें। तैयार मिश्रण को दिन में 1-2 बार लें।
स्वामी जी यह भी कहते है की निमोनिया की बीमारी में अगर गाय के घी को आप हल्का गर्म करके छाती पर लगाए या सरसों के तेल से भी मसाज करें तो उससे भी आपके बच्चे को निमोनिया में लाभ होगा। बड़े बच्चे है तो गिलोय घनवटी की 1 गोली दे सकते है। तो ये थे कुछ ऐसे नुस्ख़े जिनको आज़मा कर आप अपने बच्चों को निमोनिया जैसे बीमारी से बचा सकते है।