श्रीलंका के राष्ट्रपति गोटबाया राजपक्षे अपनी अपनी पहली आधिकारिक विदेश यात्रा पर बृहस्पतिवार को भारत पहुंच गए। इस तीन दिवसीय यात्रा में राजपक्षे के सचिव पीबी जयसुंदर और प्रधानमंत्री महिंदा राजपक्षे के सलाहकार लिलत वीरतुंगा भी उनके साथ हैं।
राष्ट्रपति राजपक्षे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के निमंत्रण पर भारत आए हैं। इस यात्रा के दौरान वह पीएम मोदी के साथ रणनीतिक द्विपक्षीय रिश्तों को और गहरा करने पर बातचीत करेंगे।
तिमल समुदार, हिंद महासागर की स्थिति समेत कई मुद्दों पर चर्चा हो सकती है। श्रीलंकन राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद से भी मुलाकात करेंगे। विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रवीश कुमार ने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी के आमंत्रण पर श्रीलंका के राष्ट्रपति का दौरा, इससे दोनों देशों के संबंधों को गति मिलेगी।
गौतबाया के कार्यभार ग्रहण करने का बाद पिछले हफ्ते विदेश मंत्री एस जयशंकर उनसे मिलने वाले पहले विदेशी नेता थे। इसी महीने हुए राष्ट्रपति चुनाव में राजपक्षे ने जीत हसिल की थी। उनके जीत पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने उन्हें जीत की बधाई देते हुए भारत आने का न्यौता दिया था।
भारत रवाना होने से कुछ देर पहले ही राजपक्षे ने अपनी इस भारत यात्रा को लेकर ट्वीट किया था। अपने ट्वीट में उन्होंने लिखा कि, मैं अपनी पहली विदेश यात्रा पर भारत जा रहा हूं और पीएम मोदी और भारत सरकार के साथ हमारे द्विपक्षीय रिश्तों को और मजबूती देने की ओर देख रहा हूं।’
भारत के विदेश मंत्री की मुलाकात के दौरान श्रीलंकाई अधिकारियों ने बताया था कि जयशंकर के पास प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का एक पत्र था, जिसमें राजपक्षे को निजी तौर पर बधाई दी गई थी। इसके साथ ही उन्हें भारत की यात्रा करने का न्योता भी दिया गया था।