विधानसभा के नए अध्यक्ष सतीश महाना के सर्वसम्मति से चयन के बाद अपने संबोधन में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने इशारो ही इशारों में सपा प्रमुख अखिलेश यादव पर निशाना साधा। उन्होंने कहा कि जनता नकारात्मकता को कभी स्वीकार नहीं करती। चुनाव में जनता ने यह साबित कर दिया।
विधानसभा के नए अध्यक्ष सतीश महाना के सर्वसम्मति से चयन के बाद अपने संबोधन में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने इशारो ही इशारों में सपा प्रमुख अखिलेश यादव पर निशाना साधा। उन्होंने कहा कि जनता नकारात्मकता को कभी स्वीकार नहीं करती। चुनाव में जनता ने यह साबित कर दिया।
विधानसभा में मंगलवार को सतीश महाना को नए विधानसभा अध्यक्ष की बधाई देते हुए सीएम ने कहा कि आज आपका चयन भारत की लोकतांत्रिक परंपरा को और अधिक मजबूत और पुष्ट करता है। यूपी की 25 करोड़ जनता के बेहतर भविष्य के लिए पक्ष और विपक्ष मिलकर काम करेंगे। स्वस्थ लोकतंत्र में दलीय सीमाएं कभी बाधक नहीं बनेंगी।
हम सबको यूपी के विकास के लिए काम करना होगा। सत्ता पक्ष और विपक्ष मिलकर सदन की गरिमा को बढ़ाएंगे। अब हमें जनता के हितों के संवर्धन के लिए सोचना है। हमें यूपी के मजदूरों, किसानों और महिलाओं के बारे में सोचना है। सभी दबे-कुचले लोगों के बारे में सोचना है।
10 मार्च से पहले प्रदेश के चुनावी माहौल की चर्चा करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि चुनाव के दौरान आरोप-प्रत्यारोप का दौर चला। दोनों तरफ से मिसाइलें चल रही थीं, लेकिन यह भारतीय लोकतंत्र की खूबसूरती ही है। सत्ता पक्ष व विपक्ष मिलकर अध्यक्ष चुन रहा है। यह भारत में ही सम्भव है कि राजनीतिक मतभेद चाहे जितने हों, हम मिलकर लोकतंत्र को मजबूत बनाने के लिए काम करते रहें।
नेता सदन ने कहा कि एक चीज जो हम देश और यूपी में भी देखते हैं, जनता कभी नकारत्मकता को स्वीकार नहीं करती है। इसके लिए उसके दिल में कोई स्थान नहीं है। हमने राष्ट्रीय चुनाव से लेकर यूपी चुनाव तक में आम जनता का मूड देखा है। वे सकारात्मक चीजों को ही स्वीकार करते हैं। नकारात्मकता से जीवन में प्रगति नहीं हो सकती है। सकारात्मकता से ही हम तरक्की के रास्ते पर आगे बढ़ सकते हैं। इससे ही लोक कल्याण संभव है। प्रदेश के विकास में पक्ष और विपक्ष दोनों का साथ जरूरी है।
सपा के प्रदेश अध्यक्ष नरेश उत्तम पटेल ने पत्र जारी कर कहा है कि राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव के निर्देश पर इन पर कार्रवाई की गई है। जिन नेताओं को सपा से निष्कासित किया गया है उनमें गाजीपुर के पूर्व एमएलसी सैदपुर विधानसभा क्षेत्र के औड़िहार निवासी कैलाश सिंह के साथ ही गाजीपुर के पूर्व जिला पंचायत अध्यक्ष प्रतिनिधि विजय यादव भी शामिल हैं।
अखिलेश यादव के निर्देश पर बाबा साहब वाहिनी के राष्ट्रीय सचिव रमेश यादव और उपेंद्र यादव को भी पार्टी से निष्कासित कर दिया है। इन सभी नेताओं पर विधान परिषद सदस्य के चुनाव में सपा का विरोध करने का आरोप है। सपा के अध्यक्ष अखिलेश यादव ने चुनाव में पार्टी का विरोध करने वाले नेताओं पर एक्शन लिया है।
दरअसल, गाजीपुर एमएलसी सीट से सपा ने पंडित भोलानाथ शुक्ल को उम्मीदवार बनाया था। भोलानाथ ने भाजपा प्रत्याशी चंचल के समर्थन में अपना नामांकन ही वापस ले लिया था। अपने प्रत्याशी के नाम वापस लेने के बाद सपा अध्यक्ष अखिलेश ने निर्दल उम्मीदवार मदन यादव के समर्थन का ऐलान कर दिया था
सपा ने चुनाव आयोग से बस्ती-सिद्धार्थनगर स्थानीय प्राधिकारी निर्वाचन क्षेत्र की मतदाता सूची में गड़बड़ी की शिकायत की है। सपा के प्रदेश अध्यक्ष नरेश उत्तम पटेल ने मुख्य चुनाव आयुक्त को भेजे पत्र में कहा कि मतदाता सूची में पूर्व नियोजित साजिश करते हुए मतदाताओं की फोटो की अदला-बदली की गई है। उन्होंने बताया कि विकासखंड भनवापुर में ग्राम प्रधान, क्षेत्र पंचायत सदस्यों आदि के नाम सामने दूसरे की फोटो लगी है। सपा ने इसे बड़ी साजिश बताते हुए जांच कराकर मतदाता सूची दुरुस्त कराने की मांग की है