पूर्व सांसद अतीक अहमद पर पुलिस और प्रशासनिक कार्रवाई तेज होती जा रही है। विकास प्राधिकरण ने शनिवार को सिविल लाइंस क्षेत्र में हाईकोर्ट के पास स्थित निर्माणाधीन भवन को जेसीबी की मदद से ध्वस्त करा दिया। दो मंजिला भवन बन चुका था जिसे पांच मंजिल तक बनाने की तैयारी थी। प्राधिकरण ने 2017 में भवन का मानचित्र रद कर दिया था।
अतीक अहमद ने 2006 में भवन का नक्शा विकास प्राधिकरण से पास कराया था। कुल 570 वर्ग मीटर एरिया में निर्माण कराया गया था। बाद में ओपेन एरिया में भी निर्माण कराया जिस पर पीडीए ने नोटिस भेजा था। इसके बाद अतीक को इस मामले में हाईकोर्ट से स्टे मिल गया। वर्ष 2017 में हाईकोर्ट ने स्टे को खारिज कर दिया। इसके बाद भी अतीक की ओर से 20 लाख रुपये की पेनाल्टी नहीं जमा की गई। पेनाल्टी न जमा करने पर पीडीए ने मानचित्र रद कर दिया।
इसी साल भवन के ध्वस्तीकरण का आदेश भी जारी कर दिया था। जोनल अधिकारी शत शुक्ला के नेतृत्व में पीडीए की टीम पुलिस बल के साथ मौके पर पहुंची और तीन जेसीबी लगाकर ध्वस्तीकरण की कार्रवाई शुरू की। शाम पांच बजे तक चली कार्रवाई में भवन को ध्वस्त किया गया। निर्माणाधीन भवन की कीमत करीब 50 लाख रुपये बताई गई है। इसके पूर्व भी पीडीए हाईकोर्ट के पास एवं नवाब युसूफ रोड पर अतीक के दो भवनों को ध्वस्त करा चुका है।