1. हिन्दी समाचार
  2. उत्तर प्रदेश
  3. बरसात पर निर्भर जलाशयों में जल की उपलब्धता के लिए विशेष प्रयास किए जाएं: सीएम योगी

बरसात पर निर्भर जलाशयों में जल की उपलब्धता के लिए विशेष प्रयास किए जाएं: सीएम योगी

सीएम योगी आदित्यनाथ ने यूपी में बारिश और मानसून का जायजा लेने के बाद अधिकारियों को निर्देश दिए हैं। इस दौरान सीएम ने मंत्रियों के अलावा अफसरों को भी सख्त हिदायत दी कि किसी भी स्थिति से निपटने के लिए प्रशासन पूरी तरह से तैयार रहे। आइए आपको आंकड़ों के जरिए बताते हैं कि यूपी में सूखे की स्थिति कैसे बनी।

By RNI Hindi Desk 
Updated Date

सीएम योगी आदित्यनाथ ने यूपी में बारिश और मानसून का जायजा लेने के बाद अधिकारियों को निर्देश दिए हैं। इस दौरान सीएम ने मंत्रियों के अलावा अफसरों को भी सख्त हिदायत दी कि किसी भी स्थिति से निपटने के लिए प्रशासन पूरी तरह से तैयार रहे। आइए आपको आंकड़ों के जरिए बताते हैं कि यूपी में सूखे की स्थिति कैसे बनी।

दरअसल, हर साल जुलाई के महीने में अब तक सामान्य बारिश 199.7 मिलीमीटर है, लेकिन इस साल अब तक सिर्फ 76.6 मिलीमीटर बारिश ही हुई है। इस लिहाज से सामान्य वर्षा करीब 62 फीसदी कम है। अब जबकि वर्षा सामान्य से 62% कम है, यूपी के अधिकांश हिस्सों में स्थिति शुष्क बनी हुई है।

उत्तर प्रदेश में 19 जिले ऐसे हैं, जहां अभी तक सामान्य वर्षा का केवल 40% से 60% ही दर्ज किया गया है। ललितपुर, फिरोजाबाद, वाराणसी और हापुड़ में खीरी, देवरिया, एटा और बिजनौर में सामान्य (80%-120%) और सामान्य से नीचे (60% -80%) दर दर्ज की गई। सामान्य वर्षा प्राप्त करने वाला आगरा यूपी का एकमात्र जिला था। कम बारिश वाले जिलों के लिए सीएम ने अधिकारियों को किसानों की मदद के लिए तैयार रहने का निर्देश दिया।

यूपी में बारिश कम होने से खरीफ फसलों की बुवाई भी प्रभावित हुई है। 2022-23 खरीफ अभियान के तहत 13 जुलाई तक प्रदेश में 96.03 लाख हेक्टेयर में बुवाई का लक्ष्य रखा गया है। लेकिन इस साल अब तक 42.41 लाख हेक्टेयर में बुवाई हो चुकी है। यह लक्ष्य का केवल 44.16% है।इसमें से 45 फीसदी अकेले धान की खेती के कारण है। पिछले वर्ष 13 जुलाई तक 53.46 लाख हेक्टेयर भूमि में बुवाई की जा चुकी थी।

सीएम ने सभी स्थितियों के लिए कार्ययोजना तैयार करने के निर्देश दिए। सीएम ने कहा कि “किसानों को सही जानकारी दी जाए। बांदा, चंदौली, हमीरपुर, देवरिया, जालौन जैसे जिलों के साथ-साथ बलिया, बस्ती, गोरखपुर, महाराजगंज, संत कबीरनगर और श्रावस्ती जैसे जिलों पर विशेष ध्यान दिया जाना चाहिए। ”

योगी ने कहा कि आगामी एक सप्ताह हमारे लिए चुनौतीपूर्ण हो सकता है। ऐसे में यह सुनिश्चित करें कि कहीं भी पेयजल का अभाव न हो। विंध्य और बुंदेलखंड में पेयजल की सुचारु आपूर्ति बनी रहे। वन विभाग वन्य जीवों के लिए तथा पशुपालन विभाग पशुओं के पेयजल की व्यवस्था बेहतर बनाये रखे। बरसात पर निर्भर जलाशयों में जल की उपलब्धता के लिए विशेष प्रयास किए जाएं।

इन टॉपिक्स पर और पढ़ें:
Hindi News से जुड़े अन्य अपडेट लगातार हासिल करने के लिए हमें फेसबुक, यूट्यूब और ट्विटर पर फॉलो करे...