BSP की राष्ट्रीय अध्यक्ष मायावती ने 73वें गणतंत्र दिवस पर केन्द्र और राज्य की सरकार को आत्म-चिंतन की सलाह दी है।
BSP की राष्ट्रीय अध्यक्ष मायावती ने 73वें गणतंत्र दिवस पर केन्द्र और राज्य की सरकार को आत्म-चिंतन की सलाह दी है। बसपा प्रमुख ने कहा, बाबा साहेब डा. भीमराव अम्बेडकरर ने न्याय, स्वतंत्रता व समता के जिस गरिमामय ‘आइडिया ऑफ इंडिया’ का अनुपम संविधान का मूल बनाया था। वो मानवतावादी महान उद्देश्य भारतीय गणतंत्र के 72 वर्ष के बाद भी काफी आधा-अधूरा है। ऐसा क्यों ? इसके लिए दोष दूसरे को देने के बजाय ईमानदारी से आत्म-चिंतन जरुरी है।
2. परमपूज्य बाबा साहेब डा. भीमराव अम्बेडकर ने न्याय, स्वतंत्रता व समता के जिस गरिमामय ’आइडिया आफ इण्डिया’ को अनुपम संविधान का मूल बनाया था वह मानवतावादी महान उद्देश्य भारतीय गणतंत्र के 72 वर्ष बाद भी काफी आधा-अधूरा, ऐसा क्यों? इसके लिए दोषारोपण के बजाय ईमानदार आत्म-चिन्तन जरूरी।
— Mayawati (@Mayawati) January 26, 2022
उन्होंने कहा कि गणतंत्र दिवस के गौरवशाली अवसर पर स्वतंत्रता, समानता, बंधुत्व तथा सभी के लिए न्याय के संवैधानिक आदर्शों के प्रति अपने संकल्प को दोहराएं।
देश की आजादी के लिए अपना सर्वस्व त्याग करने वाले महान स्वाधीनता सेनानियों को नमन करते हुए उपराष्ट्रपति ने कहा, ‘‘अपने गणतंत्र की उपलब्धियों पर गौरव करें। राष्ट्र की प्रगति और समृद्धि के लिए प्रतिबद्ध हों।’’
देश बुधवार को 73वां गणतंत्र दिवस मना रहा है। हर वर्ष की तरह इस बार भी मुख्य समारोह राजधानी दिल्ली में राजपथ पर आयोजित किया जा रहा है।
यूपी के विधानसभा चुनाव में सभी 403 सीट पर प्रत्याशी उतारने की घोषणा करने के साथ ही बहुजन समाज पार्टी की राष्ट्रीय अध्यक्ष मायावती अब उनके पक्ष में जनसभा भी करेंगी।
दस फरवरी को पहले चरण के मतदान से पहले उत्तर प्रदेश की पूर्व मुख्यमंत्री मायावती दो फरवरी को ताजनगरी आगरा में पार्टी के प्रत्याशियों के पक्ष में जनसभा करेंगी।