पंजाब में 20 फरवरी को विधानसभा चुनाव के लिए वोट डाले जाएंगे। उससे ठीक पहले कांग्रेस पार्टी को बड़ा झटका लगा है। यूपीए सरकार में कानून मंत्री रहे अश्विनी कुमार ने मंगलवार को कांग्रेस पार्टी से इस्तीफा दे दिया।
पंजाब में 20 फरवरी को विधानसभा चुनाव के लिए वोट डाले जाएंगे। उससे ठीक पहले कांग्रेस पार्टी को बड़ा झटका लगा है। यूपीए सरकार में कानून मंत्री रहे अश्विनी कुमार ने मंगलवार को कांग्रेस पार्टी से इस्तीफा दे दिया।
Former Union Law Minister Ashwani Kumar resigns from Congress pic.twitter.com/BwUuqhqSH6
— ANI (@ANI) February 15, 2022
हाल के दिनों में कांग्रेस पार्टी से कई युवा नेताओं ने इस्तीफा दे दिया है। उनमें ज्योतिरादित्य सिंधिया, जितिन प्रसाद, आरपीएन सिंह, सुष्मिता देव, प्रियंका चतुर्वेदी और ललितेशपति त्रिपाठी सरीखे नेताओं के नाम शामिल हैं। अश्विनी कुमार के इस्तीफा से पुराने नेताओं का भी पार्टी से मोहभंग होता दिख रहा है। आपको बता दें कि जी-23 के जरिए कई नेताओं ने पहले ही बागी तेवर अपना लिए हैं।
गोवा के पूर्व मुख्यमंत्री लुइज़िन्हो फलेरियो और पंजाब के पूर्व मुख्यमंत्री अमरिंदर सिंह ने हाल ही में पार्टी से नाता तोड़ लिया था। फलेरियों ने टीएमसी का दामन थामा वहीं, अमरिंदर सिंह ने अपनी पार्टी बनाकर भाजपा से गठबंधन किया है।
पांच राज्यों में जारी विधानसभा चुनावों के दौरान कांग्रेस को एक बड़ा झटका लगा है। पूर्व केंद्रीय कानून मंत्री अश्विनी कुमार ने मंगलवार को कांग्रेस से इस्तीफा दे दिया, वह पार्टी के साथ करीब 46 साल तक जुड़े रहे। उन्होंने सोनिया गांधी को पत्र लिख पार्टी छोड़ने की जानकारी दी। अश्विनी कुमार ने कांग्रेस की अंतरिम अध्यक्ष को चिट्ठी लिखकर कहा कि लंबे विचार के बाद मैंने तय किया है कि मौजूदा परिस्थितियों और अपनी गरिमा के अनुरुप मैं पार्टी से बाहर जाकर मैं राष्ट्रीय की सेवा करुंगा।
कुमार ने सोनिया गांधी को पत्र लिखा, ‘मामले में विचार करने के बाद, मैं इस निष्कर्ष पर पहुंचा हूं कि मौजूदा हालात में और मेरी गरिमा के अनुरूप, मैं पार्टी से बाहर राष्ट्रीय कारणों को बेहतर ढंग से आगे बढ़ा सकता हूं।’ उन्होंने लिखा, ’46 साल के लंबे साथ के बाद मैं पार्टी छोड़ रहा हूं और हमारे स्वतंत्रता संग्राम सेनानियों की कल्पना किए गए उदारवादी लोकतंत्र के वादे के आधार पर बने परिवर्तनकारी नेतृत्व के विचार से प्रेरित सार्वजनिक कारणों को सक्रिय रहकर आगे बढ़ाने की उम्मीद करता हूं।
उन्होंने कहा, ‘पूर्व सीएम अमरिंदर सिंह को सार्वजनिक रूप से अपमानित किया गया था. यह उन सिद्धांतों के खिलाफ था जिनके लिए कांग्रेस हमेशा से खड़ी रही है। उन्होंने पंजाब में मुख्यमंत्री पद के लिए खुली होड़ पर भी सवाल उठाया और कहा कि इससे पार्टी की बहुत खराब छवि झलकी।
बता दें कि पंजाब में विधानसभा का चुनाव होना है। हर पार्टी चुनाव प्रचार में जोर शोर से लगी हुई है. विधानसभा चुनाव 2022 को लेकर राज्य में 20 फरवरी को मतदान (Voting) होना है। पहले मतदान की तारीख 14 फरवरी थी लेकिन बाद में कुछ राजनीतिक दलों की मांग पर चुनाव आयोग ने तारीख में बदलाव किया. पंजाब चुनाव के परिणाम अन्य चार राज्यों के साथ 10 मार्च को आएंगे।