प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी ने सोमवार को कहा था कि यूक्रेन की सीमाओं पर मानवीय स्थिति से निपटने के लिए यूक्रेन को राहत आपूर्ति की पहली खेप मंगलवार को भेजी जाएगी। मोदी ने युद्धग्रस्त देश यूक्रेन में फंसे भारतीयों को वापस लाने के लिए ऑपरेशन गंगा के तहत चल रहे प्रयासों की समीक्षा करते हुए सोमवार को अपनी दूसरी उच्च स्तरीय बैठक की अध्यक्षता करते हुए यह बात कही थी। .
रूस और यूक्रेन के बीच जंग अब अपने छठे दिन में प्रवेश कर चुकी है। रूस की सेना यूक्रेन की राजधानी कीव पर बमबारी कर रही है तो वहीं खारकीव में भी संघर्ष जारी है। इन सबके बीच संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद ने इस मसले पर फिर से बैठक बुलाई है।
प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी ने सोमवार को कहा था कि यूक्रेन की सीमाओं पर मानवीय स्थिति से निपटने के लिए यूक्रेन को राहत आपूर्ति की पहली खेप मंगलवार को भेजी जाएगी। मोदी ने युद्धग्रस्त देश यूक्रेन में फंसे भारतीयों को वापस लाने के लिए ऑपरेशन गंगा के तहत चल रहे प्रयासों की समीक्षा करते हुए सोमवार को अपनी दूसरी उच्च स्तरीय बैठक की अध्यक्षता करते हुए यह बात कही थी।
इसके साथ ही प्रधानमंत्री ने कहा था कि पूरी सरकार चौबीसों घंटे काम कर रही है ताकि यह सुनिश्चित किया जा सके कि वहां के सभी भारतीय नागरिक सुरक्षित रहें। उन्होंने कहा कि विभिन्न देशों में उनके विशेष दूत के रूप में चार वरिष्ठ मंत्रियों की यात्रा निकासी के प्रयासों को सक्रिय करेगी। उन्होंने कहा कि यह इस मामले से जुड़ी सरकार की प्राथमिकता को दर्शाता है।
प्रधान मंत्री ने यह भी कहा कि भारत पड़ोसी देशों और विकासशील देशों के लोगों की मदद करेगा, जो यूक्रेन में फंसे हुए हैं। ऑपरेशन गंगा पर अपनी पहली उच्च स्तरीय बैठक की अध्यक्षता करते हुए, मोदी ने निकासी के समन्वय के लिए सरकार के चार प्रमुख मंत्रियों को यूक्रेन के पड़ोसी देशों में भेजने का फैसला भी किया था।
वही, रूस-यूक्रेन के बीच युद्ध जारी है। सीमावर्ती राज्यों पर रूसी सेना ने कब्जा कर लिया है। अब राजधानी कीव की बारी है। इस बीच सोमवार को संयुक्त राष्ट्र महासभा (UNGA) के विशेष आपातकालीन सत्र के दौरान दोनों देशों ने एक-दूसरे पर निशाना साधा है।