गाजियाबाद: गाजियाबाद में मुस्लिम बुजुर्ग अब्दुल समद की पिटाई मामलें को दूसरे एंगल से जोड़कर सोशल मीडिया पर दुष्प्रचार करने वालों के खिलाफ यूपी पुलिस कार्यवाही शुरू कर चुकी है, इस मामलें में ऑल्ट न्यूज़ वाले मोहम्मद जुबेर समेत कई लोगों पर एफआईआर दर्ज की है, हैदराबाद के सांसद और AIMIM असदुद्दीन ओवैसी ने अब इसे मजहबी एंगल से जोड़ दिया है, ओवैसी ने कहा, योगी सरकार सिर्फ मुस्लिमों के खिलाफ एफआईआर दर्ज की है, आजतक पर एंकर अंजना ओम कश्यप से बात करते हुए ओवैसी ने यह बात कही।
ओवैसी ने कहा, अंग्रेजी के तीन नेशनल न्यूज़पेपर और पीटीआई ने वही रिपोर्ट की लेकिन उनपर एफआईआर दर्ज नहीं हुई, जो मुस्लिम थे, उनपर सरकार ने एफआईआर दर्ज कर ली है, आपको बता दें कि अब्दुल समद का वीडियो झूठे दावे के साथ शेयर करने वाले ऑल्ट न्यूज़ के मोहम्मद जुबेर, पत्रकार राणा अयूब, न्यूज़ पोर्टल ‘द वायर’ कांग्रेस नेता सलमान निजामी, मसकूर उस्मानी, डॉ समा मोहम्मद, सबा नकवी और माइक्रोब्लॉगिंग वेबसाइट ट्विटर के खिलाफ यूपी पुलिस ने गैर जमानती धाराओं 153/ 153A/ 295A/ 505 / 120B & 34 IPC के अंतर्गत FIR पंजीकृत की है।
गौरतलब है कि गाजियाबाद के लोनी में मुस्लिम बुजुर्ग की कुछ लोगों ने दाढ़ी काट दी, मारपीट भी की, उसके बाद साजिश के तहत इसे ‘जय श्री राम से’ जोड़ दिया गया हिन्दुओं को बदनाम करने के लिए..जबकि पुलिस ने कहा कि आरोपित और पीड़ित पहले से परिचित थे। अब्दुल समद ने ताबीज देकर इसके सकारात्मक परिणाम का आश्वासन दिया था। ताबीज ने काम नहीं किया तो आरोपितों ने उसे पीट दिया। व्यक्तिगत विवाद की इस घटना में आरोपितों में हिन्दू और मुस्लिम, दोनों समुदायों के लोग थे। इसमें साम्प्रदायिक एंगल नहीं था, लेकिन कुछ लोगों ने इसे बनाना चाहा। अब ऐसे लोगों के खिलाफ यूपी पुलिस की कार्यवाही जारी है, जल्द ही गिरफ़्तारी होने के भी आसार हैं.`1