केंद्र सरकार की महत्वाकांक्षी उत्तराखंड के चारों धामों को जोड़ने वाली योजना ऑल वेदर चार धाम सड़क मार्ग का निर्माण उत्तराखंड के बद्रीनाथ, केदारनाथ, यमुनोत्री एवं गंगोत्री के लिए किया जा रहा है।
लेकिन जोशीमठ नगर से 12 किलोमीटर पहले अणी मठ से मारवाड़ी तक इस ऑल वेदर रोड़ का बाईपास बनाने की तैयारी में केंद्र सरकार लगी हुई है। जिसके खिलाफ स्थानीय लोग आंदोलन और धरना प्रदर्शन कर रहे हैं।
वहीं स्थानीय लोगों का कहना है कि, सनातन परंपरा और प्राचीन मान्यता के अनुसार बद्रीनाथ की यात्रा जोशीमठ स्थित भगवान नरसिंह मंदिर की दर्शन के बाद ही मानी जाती है। इसी कारण से आदि शंकराचार्य युग से ही बद्रीनाथ को जाने वाले तीर्थयात्री भगवान नरसिंह के दर्शन के उपरांत आगे बढ़ते हैं।
लेकिन अब जब ऑल वेदर रोड के नाम पर जोशीमठ नगर से 12 किलोमीटर पहले एक नई सड़क बाईपास के नाम पर बनने जा रही है इससे जहां धार्मिक भावनाएं आहत होंगी तो दूसरी ओर चार धाम यात्रा व्यवसाई में लोगों को भी काफी नुकसान होगा।
आपको बता दें कि, भाजपा के वरिष्ठ नेता ऋषि सती ने बताया कि आंदोलनकारियों का एक शिष्टमंडल पिछले 10 दिनों से दिल्ली में डेरा डाले हुए है। वह शिष्टमंडल ने सांसद से मुलाकात कर नितिन गडकरी से समय मांगा है। बताया जा रहा है कि 12 तारीख को संघर्ष समिति का शिष्टमंडल केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी से मुलाकात करेगा और ऑल वेदर रोड को जोशीमठ नगर क्षेत्र से ही बनाने की मांग करेगा।