चीन के कोरोना वायरस का खौफ इस वक्त कई दोशों में है, इस वायरस की वजह से अबतक 1300 से भी ज्यादा लोगों की मौत हो चुकी है और 48,000 से ज्यादा लोग पीड़ित हैं। इस वायरस के चलते कई दोशों ने चीन से दूरियां बना लगी है अब चीनी गठराज्य का द्वीप ताइवान ने भी चीन को लेकर नाराजगी दिखाई है और कहा है कि विश्व स्वास्थ्य संगठन की बैठक में हिस्सा लेने के लिए उसे चीन से इजाजत लेने की कोई जरूरत नहीं है।
चीन पर ताइवान ने आरोप लगाया है कि विश्व स्वास्थ्य संगठन को कोरोना प्रभावित ताइवानी लोगों की संख्या गलत बताई है। ताइवानी विदेश मंत्रालय ने कहा है कि उसके कोरोना प्रभावित मरीजों की संख्या 18 है और चीन में ऐसे 44 हजार से ज्यादा मामले सामने आए हैं।
दरअसल, ताइवान ने कई बार कोशिश की है कि वह अपनी स्वास्थ्य समस्याओं और जरूरतों के लिए सीधे डब्लूएचओ की बैठक में हिस्सेदारी करे और अपनी बात खुद रखे, लेकिन चीनी गणराज्य होने की वजह से उसे यह मौका नहीं मिल पा रहा था। पिछले हफ्ते ताइवान को यह मौका मिला और उसने वहां अपनी बात रखी और सीधे तौर पर चीन पर गलत बयान के आरोप लगाया।
वहीं, चीनी विदेश मंत्रालय ने दावा किया है कि ताइवान को डब्ल्यूएचओ की बैठक में शामिल करने की मंजूरी चीन ने ही दी थी। जबकि ताइवान विदेश मंत्रालय ने चीन पर जबरदस्ती इसका श्रेय लेने का आरोप लगाया है। उसने कहा है कि ताइवानी विशेषज्ञ बैठक में अपनी निजी हैसियत से गए, न कि किसी की इजाजत लेकर।
इन आरोप प्रत्यारोप के बीच विश्य स्वास्थ्य संहठन ने कहा है कि उसने यह बैठक कोरोना के बारे में जमीनी हकीकत जानने और मेडिकल सेवाएं देने या कोरोना को लेकर रिसर्च के नए आयाम तलाशने के लिए बुलाई थी।