चीन में कोरोना नाम के फैल खतरनाक वायरस का कहर जारी है। लोगों की मौत के रोजना आंकड़े बढ़ते ही जा रहे है। हाल ही में आई एक रिपोर्ट के अनुसार वारयस की चेपट में आने से अबतक 16 सौ से अधिक लोगों की मौत हो चुकी है। जबकि कई हजारों लोग कोरोना वायरस से पीड़ित हैं।
कुछ दिनों पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग को पत्र लिखकर कहा था कि, इस मुश्किल खड़ी में भारत आपके साथ है। हम आपकी हर तरह की सहायता के लिए हम तैयार है। 20 फरवरी को प्रवक्ता रवीश कुमार ने पत्रकरों को बताया कि, भारत सरकार की तरफ से चीन को सहायता के तौर पर एक फ्लाइट में दवाइयों का कंसाइनमेंट भेजा जाएगा, वापसी में एयरक्राफ्ट उन भारतीय नागरिकों को भारत लेकर आएगा जो पहली दो फ्लाइट में नहीं आ पाए। उन्हें हमारे दूतावास से संपर्क करने को कहा गया। यह विमान वहां छूट गए भारतीयों को भी भारत लेकर आएगा।
सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक चीन ने दवाइयों का कंसाइनमेंट वाले विमान को अभी तक वहां उतरने की मंजूरी नहीं दी है। यह विमान राहत सामग्री को वहां छोड़कर वुहान से और भारतीयों को वापस भी लाएगा। भारतीय वायुसेना का यह विशेष विमान वुहान भेजने में हो रही देरी पर आधिकारिक सूत्रों ने बताया कि, चीन जानबूझकर मंजूरी देने में देरी कर रहा है। चीन ने इन रिपोर्ट्स का खंडन किया है। चीन कह रहा है कि, कोई देरी नहीं की जा रही है लेकिन बिना कोई स्पष्ट कारण बताए मंजूरी नहीं दी गई है।